संजय सिंह ठाकुर/ पालघर :– देश के नागरिकों के दिलों में देश भक्ति की भावना पैदा करने , राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शनिवार को पालघर के डीएम गोविंद बोडके के साथ छात्रों समेत अन्य लोगों ने 10 किमी की दौड़ लगाई. हर घर तिरंगा इस दौड़ में 1 हजार 500 छात्रों और अन्य नागरिकों ने भाग लिया .
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बता दे कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न में देश भर में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इस अवसर हर घर तिरंगा मोहिम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से अपील की है, और कहा है कि 13 से 15 अगस्त तक हर कोई अपने घर पर तिरंगा लहराए. उनका कहना है कि ये मुहीम राष्ट्रध्वज के साथ लगाव और जुड़ाव को गहरा करेगी.
वही स्वतंत्रता अमृत महोत्सव के अवसर पर ”हर घर तिरंगा मोहिम” को सफल बनाने के लिए पालघर के डीएम गोविंद बोडके, जिला परिषद एवं शिक्षा अधिकारी , जिला खेल अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से छात्रों और नागरिकों के लिए तिरंगा दौड़ का आयोजन किया गया था . यह दौड़ सुबह 7 बजे पालघर के हुतात्मा स्तंभ से शुरू होकर ओलन नाका ,छत्रपति शिवाजी महाराज चौक.डीएम ऑफिस से होते हुए वापस फिर वहा से छत्रपति शिवाजी महाराज चौक गणेश कुंड होते हुए हुतात्मा स्तंभ पर समाप्त हुआ. इस तिरंगा दौड़ को चार श्रेणियों में बंटा गया था. जिसमे 14 साल तक के छात्रों के लिए 4 किमी छात्राओ के लिए 2 किमी,16 साल तक के छात्रों के लिए 6 किमी,और आम नागरिकों के लिए 10 किमी के दौड़ का आयोजन किया गया था .
इस अवसर पर पालघर के विधायक श्रीनिवास वनगा,जिला परिषद सीईओ सिद्धराम सालीमठ, शिव छत्रपती क्रीड़ा पुरस्कार विजेते इराणी, तहसीलदार सुनील शिंदे , जिला क्रीडा अधिकारी सुहास व्हनमाने समेत अन्य मान्यवर बड़ी संख्या में उपस्तिथ थे और आम नागरिको ,छात्र ,छात्रावों के साथ इन्हों ने भी इस दौड में हिस्सा लिया.
नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष पूरे होने पर पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर हुई थी शुरुवात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2021 को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की शुरुआत साबरमती आश्रम से एक पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर की थी. दरअसल, 12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह की शुरुआत की थी. 2020 में नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष पूरे होने पर केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने 75 किलोमीटर की पदयात्रा का आयोजन किया था. इस महोत्सव की रूपरेखा तय करने के लिए गृहमंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय क्रियान्वयन समिति बनाई गई है. देश की 75 वीं वर्षगांठ का मतलब 75 साल पर विचार, 75 साल पर उपलब्धियां, 75 पर एक्शन और 75 पर संकल्प शामिल हैं, जो स्वतंत्र भारत के सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे. 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ 15 अगस्त, 2022 को खत्म होगा.