संजय सिंह ठाकुर / पालघर : मुंबई से सटे पालघर जिला के मोखाड़ा से प्रशासन को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है. मोखाडा तहसील के मर्कटवाडी नामक गांव में सडक नही होने के कारण एक गर्भवती महिला के परिजनों को चादर की डोली बनाकर करीब तीन किलोमीटर तक चलकर अस्पताल ले जाना पड़ा. अस्पताल में महिला ने जुड़वाँ बच्चो को जन्म दिया लेकिन समय पर अस्पताल नही पहुच पाने और इलाज नही मिलने के कारण माँ की आँखों के सामने दोनों बच्चो की मौत हो गई.
देश की आजादी के 75 साल पुरे होने के जश्न में आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. लेकिन पालघर जिले मोखाड़ा ,जव्हार तहसील और आस पास के क्षेत्रो काफी गांव ऐसे है, जिन गांवो को सरकार अभी तक सडकों से नही जोड़ पाई है.इन गांवो में सडक नही होने के कारण गांवो में किसी वाहन का आवागमन नही होता है.
वही सोमवार को मोखाडा तहसील के मर्कटवाडी नामक गांव में एक गर्भवती महिला को प्रसव का दर्द शुरू होने के बाद महिला के परिजनों ने महिला को अस्पताल ले जाने के लिए 108 नंबर पर फोन करके एम्बुलेंस को बुलाया. लेकिन गांव में जाने के लिए सडक नहीं होने के कारण यह एम्बुलेंस महिला के घर तक नहीं पहुँच पायी.जिसके बाद मज़बूरी में इस महिला के परिजनों को चादर की डोली बनाकर पहाडियों के रास्ते करीब तीन किलोमीटर तक चलकर महिला को कराहती हुयी अवस्था में अस्पताल ले जाना पड़ा.
बारिश के दिनों ऐसी तस्वीरे आती है सामने…
जिले मोखाड़ा ,जव्हार तहसील और आस पास के आदिवासी क्षेत्रो हर साल बारिश के दिनों में चादर की डोली बनाकर महिलओं और मरीजो को अस्पताल पहुचाने वाली यह पहली घटना नही है . इस क्षेत्र के लिए यह घटना अब आम होती जा रही है. इस साल बारिश के दिनों में इस क्षेत्र से अभी तक करीब आधा दर्जन से ज्यादा सरकार और प्रशासन को शर्मसार करने वाली ऐसी घटना सामने आचुकी है.उसके बावजूद पालघर जिला प्रशासन की नीद नही टूटती है.