पालघर : भगवान विट्ठल और रुक्मिणी के दर्शन के लिए पालघर से सैकड़ों वारकरी बुधवार को पंढरपुर तीर्थ यात्रा के लिए रवाना हुए । सभी वारकरी काफी सालों से पंढरपुर भगवान विट्ठल और रुक्मिणी के दर्शन के लिए जाते है।
पंढरपुर तीर्थ यात्रा के लिए रवाना हुए एडोकेट सुधीर गुप्ता जे जानकारी देते हुए बताया की सन 2000 मे पहली बार डॉ राजेंद्र चव्हाण और संदेश रिक्षावाला पालघर से पंढरपुर चलते वारी करने गए थे । बाद मे रास्ते मे बदलापुर के मढवी महाराज मिले और वहां के भक्तगण पालघर वालो से मिल गए । दो साल कोरोना के छोडकर पिछले 22 साल से पंढरपुर की वारी चल रही है । इस बार पालघर से तकरीबन 50 लोग बस से पहले आलंदी जाएंगे । वहां बदलापुर के तकरीबन 50 लोग जुडेंगे । कल सुबह 100 के करीब पालघर—बदलापुर के वारकरी आलंदी से पंढरपुर के लिए चलना शुरू करेंगे । रोज 40-50 किलोमीटर चलकर 16/7/24 को पंढरपुर पहुंचेंगे । 17 तारीख को आषाढी एकादशी के दिन विठोबा के दर्शन करके चंद्रभागा नदी मे स्नान करके कुछ लोग बस से और कुछ ट्रेन से वापस आ जाएंगे । इस पूरी यात्रा मे बस मे सामान और खाना बनानेवाले साथ मे रहते है । श्री संत सेवा मंडल के अध्यक्ष अण्णा मोरे के कुशल नेतृत्व मे डॉक्टर,शिक्षक,वकील और अन्य नौकरी पेशा लोग हर साल पंढरपुर की सफल वारी करते है ।