Tuesday, September 17, 2024
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वाढवन बंदरगाह के विरोध में लोग उतरे सड़को पर , निकाली सरकार की अर्थी

पालघर : पालघर जिले के बाढ़वन गांव में अरब सागर पर बनने जा रहे देश के सबसे बड़े बंदरगाह का स्थानीय लोगो ने पालघर की सडको पर सरकार की प्रतिक्रामक अर्थी निकालकर बाढ़वन बंदरगाह और सरकार का विरोध किया।और  पालघर महिम सडक पर स्थित मच्छीमार सोसायटी के सामने उसका दहन किया गया | इस अर्थी में सीएम एकनाथ शिंदे की तस्वीर भी लगायी गयी थी|पिछले तीन दिनों से यह सभी लोग वाढवन बंदर विरोधी संघर्ष समिति के बैनर तले वाढवन बंदरगाह के विरोध में पालघर के हुत्तामा स्तंभ पर तीन दिवसीय अनशन पर बैठे थे |

वही वाढवण बंदर विरोधी संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण पाटिल ने कहा की यह मामला कोर्ट में होने के बावजूद भी  केंद्र सरकार ने सारे नियमों को ताख  पर रखकर वाढवन  बंदरगाह को मंजूरी दिया है | हम लोग पहले से इसका विरोध करते हुए आरहे है और आगे भी हमारा विरोध जारी रहेगा। जबकि रामकृष्ण तांडेल का कहना है की वाढवण बंदरगाह की वजह से हमारा सालों साल से चलता आ रहा डायमेकिंग और मत्स्य व्यवसाय नष्ट हो जायेगा। क्योकि वाढवण समुद्र में अनेक प्रजाति की मछलिया हैं। और यह जगह उनकी बीजोत्पादन की है। पोर्ट पर आने वाली शिप्स से निकलने वाले ऑइल से जलप्रदुषण होकर बीजोत्पादन का क्षेत्र नष्ट हो जायेगा, न ही मछलिया बचेंगी और न ही हमारे मछुआरे का व्यवसाय। हमारी जमीने इस विशालकाय पोर्ट के लिए अधिग्रहित कर ली जाएँगी। और जिसके चलते हम पर विस्तापित होने की नौबत आन पड़ेगी।

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