Thursday, February 20, 2025
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पालघर में शिकारियों ने अपने साथी का ही शिकार कर दिया , पुलिस 12 लोगों पर मामला किया दर्ज

पालघर : महाराष्ट्र के पालघर में एक हैरान करने वाला हत्या का मामला सामने आया है ।यह है महाराष्ट्र के पालघर तालुका में स्थित बोरशेती गांव , इस गाव की शांत सी दिखने वाली यह पहाड़िया एक हत्या को लेकर इन दिनों सुर्खियों में | इस घटना को जो भी सुना वह आश्चर्य चकित रह गया | इन पहाड़ियों के घने जंगल में शिकार करने गए शिकारियों ने जंगली जानवर समझ कर अपने ही ग्रुप के एक साथी साठ वर्षीय रमेश वरठा का ही शिकार कर दिया,गोली लगने से उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी ।

घटना की जानकारी मिलते ही रमेश वरठा के परिवार में मातम फ़ैल गया|यार , दोस्त , रिश्तेदार सब वरठा के पर इकट्ठा हो गए, सभी की आंखे नम हो गयी | सबके जुबान, और आँखों में  एक ही सवाल था , की आखिर जिन दोस्तों ने प्यार बुलाया था , उन्होंने अपने दोस्त को कैसे मौत की घाट उतार दिया |परिजनों के साथ साथ घर का यह पालतू जानवर भी शोक में डूब गया, जैसा की आप तस्वीरों में देख रहे है ..

 रमेश वरठा के बेटे और बेटियों की आँखे अपने पिता को ढूढ़ रही है, उन्हें लग रहा है की उनके पिता जल्दी घर वापस आयेंगे, क्योकि वह अपने बच्चो से वापस आने का वादा करके गए थे ,की मै जाकर दोस्तों से मिलकर आता हु, सभी दोस्त मेरा रास्ता देख रहे है , लेकिन उन्हें नहीं पता था की पहाडियों की उचायाई पर उनके दोस्तों में उनकी मौत छिपकर बैठी और मौत उनका रास्ता देख रही है | बताया जा रहा है की शिकार के बाद जंगल में ही रात का भोजन यानि पार्टी करने का निर्णय लेकर शिकारी नमक, मसाले, तेल और बर्तन लेकर जंगल में गए थे । यह घटना सामने आने  के बाद मनोर पुलिस ने शव को पीएम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल भेज कर बुधवार को यानि 5 फरवरी को करीब 12 लोगों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज कर, 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी पुलिस रिमांड में है , यह घटना 29 जनवरी की बताई जा रही है। बताया जा रहा  है ।  जिसमे 9 आरोपी बोरशेती गांव के ,दो केलवे रोड और एक आरोपी केलवे का रहने वाले है |  

वही पुलिस के मुताबिक 28 जनवरी को यह सभी लोंग बंदूके लेकर बोरशेती के जंगल में पहाडियों पर जंगली सूअर का शिकार करने के लिए गए हुए थे । इसके लिए इन्हों ने 6 टीम बनाया था ,जबकि इनका साथी रमेश वरठा यानि  मृतक किसी काम की वजह से इनके साथ नही गया था । वह दुसरे दिन यानि 29 जनवरी को इनके साथ  शामिल होने के लिए जब जंगल में पहाडियों के ऊपर  पहुंचा, तो हिलती झाड़ियो को देख कर शिकारियों को लगा की कोई जंगली सूअर है । जिसके बाद उन्होंने उस पर गोली चला दिया। लेकिन गोली चलाने के बाद जब उन्होंने रमेश वरठा के चिल्लाने की आवाज सुनी और जब उसके पास गए  , तो उनके होश उड़ गए । गोली लगने के बाद रमेश वरठा घायल अवस्था  में तड़प रहा था  । घटना के बाद उसके सभी साथी घटना से कुछ दुरी पर उसे लेजाकर छोड़ कर फरार हो गए थे। पुलिस का कहना है की जब वरठा घर नहीं लौटा और काफी खोजबीन के बाद परिजनों को वह नहीं मिला , उसके बाद परिजनों ने उसके गुमशुदी का मामला दर्ज करवाया था । बुधवार को यानि 5 फ़रवरी को  पुलिस को पता चला की उसका शव बोरशेती के घने जंगल में पहडियो के ऊपर पड़ा हुवा है । शव को पीएम के लिए भेज कर पुलिस ने जब इस मामलें की जांच शुरू किया तो इस घटना से पर्दा उठ गया ।

वही मृतक  रमेश वरठा लड़की रुपाली रमेश वरठा ने कहा की इन्होने ने रात में ही मेरे पिता को पहाडियों के ऊपर बुलाया था , लेकिन मेरे पिता सुबह गए । जब वह घर नहीं लौटे तो हमने फोन करके पिता के दोस्त सागर से पिता के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने ने संतोष जनक जबाब नही दिया । जिस तरह इन आरोपीयों मेरे पिता को लेकर मारा है , उनको कड़ी से कड़ी सजा यानि फाँसी मिलनी चाहिए ,ताकि हमारे पिता  को शांति मिले ।

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