पालघर : पालघर सोनोपंत दांडेकर कॉलेज प्राचार्य डॉ.किरण सावे की पुस्तक “अंतरांगी डोकावताना” ने उत्कृष्ठ ग्रंथ का पुरस्कार जीता है|पुणे के परशुराम कॉलेज में 26 से 28 दिसंबर के बिच होने वाले महाराष्ट्र तत्त्वज्ञान परिषद के 40 वें अधिवेशन में किरण सावे को सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार प्राप्त करने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए सोनोपंत दांडेकर शिक्षण मंडली के अध्यक्ष सी.ए. सचिन कोरे, उपाध्यक्ष धनेशभाई वर्तक, सचिव सुधीर कुलकर्णी, सचिव अनिल पाटिल, कोषाध्यक्ष मंगेश पंडित , उप प्राचार्य प्रो. डॉ.तानाजी पोल, उप प्राचार्य प्रो. महेश देशमुख और संस्थान के सभी शिक्षकों, पदाधिकारियों ने बधाई दी।
वही सोनोपंत दांडेकर कॉलेज ने बताया की महाराष्ट्र तत्त्वज्ञान परिषद की तरफ से प्रति वर्ष बिभिन्न ग्रंथो का अध्ययन किया जाता है | अध्ययन के बाद महाराष्ट्र तत्त्वज्ञान परिषद चुने गए ग्रंथो को सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार देती है। इसके लिए इस वर्ष सोनोपंत दांडेकर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. किरण सावे द्वारा लिखित पुस्तक “अंतरंगी डोकावतन” का चयन किया गया है।
डिंपल पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित प्राचार्य डॉ. किरण सावे की पुस्तक “अंतरंगी डोकावतन” के प्रकाशन के बाद मात्र छह माह में इसका तीसरा संस्करण प्रकाशित हो गया है। इससे इस पुस्तक की लोकप्रियता का पता चलता है। इसका अंग्रेजी में ए जर्नी इनटू द सोल ( A JOURNEY INTO THE SOUL ) के नाम से अनुवाद किया गया है। इसके अलावा योग तत्त्वज्ञान , “चार्वाक दर्शन प्रासंगीकता काल व आज”, Ancient and Modern Empiricism: Charvaka and Logical Positivism नाम से मराठी व अंग्रेजी में प्रकाशित किया गया है । साथ ही डॉ. किरण सावे के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय व राज्यस्तर परिषद में साठ से अधिक शोधनिबंध प्रकाशित हुए है ।