ग्वालियर । चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को एक बार फिर से बड़ा झटका दे दिया है। इस बार सिंधिया ने मुरैना जिले के तमाम पदाधिकारी सहित 228 कांग्रेसियों को भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित करके कांग्रेस की हालत खराब कर दी है।
बीते दिनों सिंधिया ने मुरैना से कांग्रेस के पूर्व MLA राकेश मावई को भी भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित करके कांग्रेस को करारा झटका दिया था। अब राकेश मावई की अगुवाई में ही 228 कांग्रेसियों ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करके कांग्रेस को अलविदा कह दिया है।
कांग्रेस के MLA राकेश मावई अपनी पार्टी से नाराज
दरअसल, मुरैना विधानसभा से कांग्रेस के MLA रहे राकेश मावई अपनी पार्टी से नाराज चल रहे थे। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं प्राप्त होने से नाराज राकेश मावई ने बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष दिल्ली पहुंचकर राकेश मावई ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस यह झटका अभी खेल भी नहीं पाई थी कि सिंधिया ने राकेश मावई के जरिए कांग्रेस को एक बार फिर से जोरदार झटका देते हुए मुरैना के तमाम पदाधिकारी समय 228 कांग्रेसियों को भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित कर लिया है।
कार्यकार्ता और संगठन के पदाधिकारी भी शामिल
वही अब तक प्राप्त हुई खबर के मुताबिक, सिंधिया के ग्वालियर स्थित जय विलास पैलेस में राकेश मावई कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे थे। यहां सिंधिया के समक्ष सभी पदाधिकारी एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने वाले पदाधिकारियों में मुरैना की महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संजू शर्मा, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष हसनैन खान, बानमोर ब्लॉक के सभी मंडल अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष एवं मुरैना दक्षिण के सभी सेक्टर एवं मुरैना उत्तर के 15 सेक्टर एवं 7 मंडल एवं जिला पदाधिकारी और ब्लॉक पदाधिकारी सहित आईटी सेल की प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी सम्मिलित हैं।
कुल मिलाकर 228 लोगों ने कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। लोकसभा चुनाव के पहले सिंधिया निरंतर कांग्रेस को झटका देते दिखाई दे रहे हैं। जिस तरीके से मुरैना के इन तमाम पदाधिकारी एवं कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है, उससे लगता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा होने जा रहा है।