भोपाल । मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय परिसर में सोमवार को जब चुनाव में हार को लेकर चर्चा हो रही थी तब वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार बताते हुए अपशब्दों के उपयोग पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान और अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप अहिरवार आपस में भिड़ गए। बात इतनी बढ़ी कि अहिरवार ने मारने के लिए कुर्सी उठा ली। जानिए पूरा मामला
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार की कसक कांग्रेस नेताओं में बनी हुई है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय परिसर में सोमवार को जब चुनाव में हार को लेकर चर्चा हो रही थी, तब वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार बताते हुए अपशब्दों के उपयोग पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान और अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप अहिरवार आपस में भिड़ गए। उनके बीच धक्का-मुक्की हो गई, जिसमें शहरयार गिर पड़े।
बीच-बचाव कर मामला शांत कराया गया
बात इतनी बढ़ी कि अहिरवार ने मारने के लिए कुर्सी उठा ली, पर वहां उपस्थित अन्य पदाधिकारियों ने उसे उनसे छीन लिया। काफी देर तक दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप होते रहे। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले सहित अन्य पदाधिकारियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
वरिष्ठ नेता के प्रति इस तरह के व्यवहार बर्दाश्त नहीं: शहरयार
बाद में शहरयार का कहना था कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लेकर अपशब्द का उपयोग किया जा रहा था। वरिष्ठ नेता के प्रति इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। जब ऐसा करने से मना किया तो अहिरवार हाथापाई पर उतर आए।
शहरयार दलित विरोधी हैं: अहिरवार
अहिरवार ने आरोप लगाया है कि विवाद नहीं हुआ, शहरयार दलित विरोधी हैं और मुझसे वैमनस्यता रखते हैं। मैं अपनी बात कह रहा था तो लड़ने पर उतारू हो गए और दिग्विजय सिंह का नाम ले रहे हैं। इस बीच प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने इसका वीडियो अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि कमल नाथ समर्थक द्वारा दिग्विजय सिंह को लेकर अपशब्द बोलने पर प्रदेश कांग्रेस में जमकर लात-घूंसे, कुर्सियां चलीं।