बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर गवर्नर थावरचंद गहलोत सोमवार को कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। यह फैसला करप्शन के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री पर मुकदमा चलाने को लेकर है। एक्टिविस्ट टीजे अब्राहम ने गवर्नर से रिक्वेस्ट की है कि सिद्धारमैया के ऊपर भ्रष्टाचार को लेकर मुकदमा चलाया जाए। मंत्रिपरिषद ने गवर्नर से गुहार लगाई है कि ऐसा न किया जाए। विपक्षी भाजपा और जेडीएस भी मुकदमे के लिए दबाव बना रही है। मुख्यमंत्री के ऊपर मुडा में भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। आरोप है कि मुख्यमंत्री ने मैसूर के आवासीय इलाके में गैरकानूनी ढंग से 14 प्लॉट हासिल किए।
सीएम सिद्धारमैया के ऊपर मुकदमा चलाने की मांग को लेकर विपक्ष ने मैसूर से बेंगलुरु के बीच हफ्ते भर के लिए पदयात्रा शुरू की है। भाजपा के विरोध प्रदर्शन से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस छह दिनों की रैली कर रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसको लेकर राज्यपाल के ऊपर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि गवर्नर भाजपा के हाथ का खिलौना बनकर रह गए हैं। सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने के मूड में है। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी है।
भाजपा-जेडीएस यात्रा के दूसरे दिन नेताओं ने मुख्यमंत्री पर हमले बोलने जारी रखे। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने अपनी रैली के दौरान जेडीएस प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी पर हमले बोले। जेडीएस की रामनगर जिले में काफी पकड़ है। लोकसभा के लिए चुने जाने से पहले कुमारस्वामी ने चन्नापत्ना विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि रहे हैं। कुमारस्वामी ने रविवार को भाजपा और जेडीएस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। साथ ही उनसे कहा कि वह कांग्रेस के वजूद को खत्म करने के लिए भाजपा के साथ काम करते रहेंगे और एनडीए को सत्ता में लाएंगे।