राजनीति

लोकसभा चुनाव: बटन दबाया साइकिल का पर्ची निकली कमल की, शिकायतकर्ता पर की गई कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शनिवार को 14 लोकसभा सीटों पर छठे चरण की वोटिंग खत्म हुई. यूपी में 6 बजे तक 54.00 प्रतिशत मतदान हुआ है। जिसमें सबसे अधिक मतदान अंबेडकर नगर और सबसे कम वोटिंग फूलनगर में हुई है। यूपी की 67 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। इस दौरान उत्‍तर प्रदेश में आजमगढ़ लोकसभा सीट से शिकायत दर्ज की गई कि बटन साइकिल का दबाया पर पर्ची कमल की निकली। इस शिकायत के समाधान में वोटर से दोबारा वोट डलवाया गया तो साइकिल की बटन दबाने पर साइकिल की ही पर्ची निकली। अब शिकायतकर्ता पर कानूनी कार्रवाई की गई, क्‍योंकि उसकी शिकायत गलत साबित हो गई।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त नवदीप रिणवा ने कहा कि प्रदेश में में छठे चरण में 14 लोकसभा सीटों पर मतदान, 1 विधानसभा सीट पर उपचुनाव और 1 पोलिंग बूथ पर रिपोलिंग हुई है।अब तक आई शिकायतों में सत्यता बहुत कम पाई गई। छठे चरण में औसतन 54 फीसदी मतदान हुआ है जोकि 2019 की तुलना में 0.49 फीसदी कम है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्ही 14 लोकसभा सीटों पर 54.49 फीसदी मतदान हुआ था लेकिन इस बार 3 लोकसभा सीटों पर पिछली बार से अधिक मतदान हुआ है इसमें आंबेडकर नगर, श्रावस्ती और फूलपुर लोकसभा सीट शामिल हैं। इलाहाबाद लोकसभा सीट पर 2019 के बराबर 51.75 % ही मतदान हुआ है। बाकी अन्य सीटों पर कुछ कम मतदान हुआ है।
लोकसभा सीटों के अलावा रामपुर की गैंसडी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव और एक पोलिंग बूथ पर रिपोल था। नवदीप रिणवा ने बताया कि गैंसडी विधानसभा सीट उपचुनाव में 51.10 फीसदी मतदान हुआ है। एटा जिले फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पर रिपोल हुआ जहां 73.99 फीसदी मतदान शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ है। दिन भर जो शिकायतें आई उनका तत्परता से निस्तारण किया गया।

आजमगढ़ सीट पर पहली बार डाला गया टेस्‍ट वोट

आजमगढ़ लोकसभा सीट से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें वोटर द्वारा कहा गया था उसने बटन दबाया साइकिल का और वोट पड़ा कमल के निशान पर को लेकर उन्‍होंने ने कहा, आजमगढ़ लोकसभा सीट के मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 83 पर 5:45 बजे एक वोटर के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई कि उसने बटन दबाया साइकिल का और पर्ची निकली कमल के निशान की। वोटर की इस शिकायत को गंभीरता से लिया गया। चूंकि इस तरह की शिकायत पर नियम है कि शिकायतकर्ता से लिखित में शपथ पत्र लिया जाता है जिससे कि अगर उसकी शिकायत गलत निकलती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। इस प्रक्रिया के बाद वोटर से दोबारा वोट डलवाया गया। पुनः जब उसने साइकिल का बटन दबाया तो साइकिल की ही पर्ची निकली। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि इसे टेस्ट वोट कहा जाता है जोकि इस बार के लोकसभा चुनाव में पहली बार हुआ है। उन्होंने बताया कि वोटर की ये शिकायत गलत निकली इसलिए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।

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