नई दिल्ली । दिल्ली-कोलकाता घूमकर विपक्ष के नेताओं को एकजुट करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सत्तारूढ़ NDA के साथ हैं। खबर है कि विपक्षी गठबंधन छोड़ने का फैसला उन्होंने जनवरी के मध्य में ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ बातचीत के दौरान ले लिया था। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
क्या है मामला
कभी पटना, तो कभी बेंगलुरु में मिल रहे विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के दलों ने 13 जनवरी को वर्चुअली बैठक करने का फैसला किया था। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इसी दिन उन्होंने विपक्ष का साथ छोड़ने का मन बना लिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, वह राहुल पर काफी नाराज थे और 10 मिनट पहले ही मीटिंग छोड़कर चले गए थे
क्या थी वजह
रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि चर्चा के दौरान राहुल की तरफ से जवाब आया था कि वह विपक्षी गठबंधन के संयोजक के पद के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके कुछ समय बाद ही नेताओं ने बिहार सीएम को ही संयोजक चुन लिया था, लेकिन नाराज नीतीश ने पद ठुकरा दिया और कहा कि लालू यादव को यह पद दिया जा सकता है।
पीएम रेस की दौड़ मे खड़गे को आगे किया
कहा यह भी जा रहा है कि 19 दिसंबर को हुई बैठक में नीतीश को संयोजक बनाने के लिए कांग्रेस ने कई दलों से बात कर ली थी। कांग्रेस यह प्रस्ताव भी रखने वाली थी, लेकिन बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे कर दिया था। हालांकि, खड़गे का कहना था कि फैसला चुनाव के बाद किया जाएगा।