नई दिल्ली । कांग्रेस ने फिनटेक फर्म पेटीएम पर एक्शन ना लेने को लेकर प्रवर्तन निदेशालय पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि, पेटीएम का फाउंडर मोदी भक्त है, इसलिए ईडी उसके खिलाफ एक्शन नहीं ले रही है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ‘रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट बैंक को प्रतिबंधित कर दिया है और 29 फरवरी के बाद उसका कोई अस्तित्व नहीं रहेगा। रिजर्व बैंक ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस मुद्दे पर केंद्र का रुख क्या है?
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, इस मुद्दे पर केंद्र का रुख क्या है?पिछले सात वर्षों से पेटीएम पेमेंट्स बैंक को यह लंबी रस्सी क्यों मिली हुई थी? पेटीएम पेमेंट्स बैंक के संस्थापक पीएम मोदी के भक्त हैं, उनके साथ सेल्फी लेते हैं और प्रधानमंत्री के पक्ष में विज्ञापन प्रकाशित करते हैं।
चुनावी रैलियों में पेटीएम का समर्थन किया
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में पेटीएम का समर्थन किया। जब पीएम मोदी के सहयोगियों पर आरोप लगते हैं तो एजेंसियां चुप क्यों रहती हैं? आखिर ईडी इतनी खामोश क्यों है? कांग्रेस नेता ने कहा कि, पेटीएम में साल 2017 से अनियमिताएं हो रहीं थी। जब आरबीआई ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए हैं तो फिर सीबीआई इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए है?
विजय शेखर शर्मा पर एक्शन क्यों नही
कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी पेटीएम द्वारा इस बात से इनकार करने के बाद आई है कि न तो पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस और न ही कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। बड़े स्तर पर अनियमितताएं मिलने के बाद आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक की सेवाओं पर 29 फरवरी के बाद रोक लगा दी है। रिजर्व बैंक ने अनियमितताओं को दूर करने को कहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रिजर्व बैंक को पेटीएम की केवाईसी में कई अनियमितताएं मिली हैं। आरोप है कि पेटीएम ने लाखों ग्राहकों की केवाईसी ही नहीं की थी। लाखों अकाउंट का पैन वैलिडेशन नहीं किया गया। 1000 ग्राहकों के लिए एक ही पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया था।