राजनीति

दिल्ली, हरियाणा के लोगों को राहत मिलने की उम्‍मीद! दिल्ली कूच कैंसल सकते हैं किसान; कई मांगों पर सहमति

नई दिल्‍ली । पंजाब से दिल्ली (Punjab to Delhi)के लिए निकले किसान (Farmer)अपने इस आंदोलन (Agitation)को टाल सकते हैं। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR)और हरियाणा के लोगों को बड़ी राहत (big relief)मिलने की उम्मीद है। किसानों के 13 फरवरी को दिल्ली कूच के ऐलान के बीच सोमवार को चंडीगढ़ में तीन केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच दूसरे दौर की अहम बैठक हुई। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बन गई है। ऐसे में किसान नेताओं के रुख में नरमी आई है।

इन मुद्दों पर बनी सहमति?

बैठक चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान परिसर में हुई। केंद्र की तरफ से बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुई एफआईआर और अन्य मामले वापस लेने पर सहमति बन गई है। लेकिन किसानों के कर्ज माफी पर पेंच फंसा है। बैठक में केंद्रीय नेताओं का रुख नरम है और किसान नेताओं की अहम मांगों पर सहमति बनने के संकेत दिए गए हैं। उम्मीद है कि दिल्ली कूच टल सकता है। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने पर भी सरकार राजी हो गई है। इसके अलावा बिजली अधिनियम 2020 वापिस लेने पर भी सहमति बन गई है।

कहां फंसा है पेच

किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा के बीच दूसरे दौर की वार्ता सोमवार को चंडीगढ़ के सैक्टर -26 स्थित मगसीपा परिसर में तकरीबन डेढ़ घंटा देरी से साढ़े छह बजे शुरू हुई और देर रात तक बैठक में बातचीत का दौर जारी रहा। सूत्रों से पता चला है कि बैठक में किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच 5 या 6 मांगों पर सहमति बन गई है लेकिन एम.एस.पी. व कर्ज माफी की गारंटी पर पेंच फंसा हुआ है। उसी को सुलझाने के लिए लगातार वार्ता चल रही है। बैठक में फिलहाल किसानों और केंद्र सरकार के मंत्री के बीच एम.एस.पी. और कर्ज माफी की गारंटी जैसी लंबे समय से पैंडिंग मांगों पर सहमति नहीं बनी है और यही कारण है कि किसानों व केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बैठक लंबी खिंची जा रही है।

पंजाब सरकार की तरफ से एन.आर.आई. मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल भी बैठक में मौजूद थे, लेकिन रात के 10:30 बजे तक बैठक का कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है। मीटिंग के दौरान ही किसान नेता रणजीत सिंह राजू मीडिया के सामने जरूर आए लेकिन यही बोले कि बातचीत अभी भी जारी है।

किसान नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल सस्पेंड

किसान नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल सस्पेंड किए जाने लगे हैं। किसान नेता सुरजीत फूल और रमनदीप मान के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने ऐलान किया है कि प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से ही की जाएगी। राज्य के गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि चाहे सार्वजनिक हो या निजी, नुकसान के मामले में हरियाणा रिकवरी ऑफ़ डैमेज टू प्रॉपर्टी ड्यूरिंग डिस्टर्बेंस टू पब्लिक आर्डर एक्ट 2021 के तहत कार्रवाई की जाए।

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