नई दिल्ली । राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली के सीएम एवं आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया तथा कहा, इन लोगों ने हमारे देश को पाकिस्तान बना दिया है।
उन्होंने कहा, चंडीगढ़ के अंदर उनके अफसर (रिटर्निंग ऑफिसर) ने वोट में गड़बड़ करके जीतने वाले को हरा दिया तथा हारने वाले को जिता दिया। पाकिस्तान में भी तो यही हुआ। रावलपिंडी के उस इलेक्शन कमिश्नर की आत्मा जाग गई तथा उसने कहा कि जो जीत रहे थे, उन्हें हरा दिया है। केजरीवाल ने कहा, आज खुलेआम विधायकों को खरीदा जा रहा है। हमारे विधायकों को 25 करोड़ रुपए ऑफर किए गए। करोड़ों रुपए के काले धन से विधायकों को खरीद कर खुलेआम सरकार गिराई जा रही है। धर्म से लोगों का भरोसा समाप्त होता जा रहा है।
ये लोग सत्ता का सुख भोग रहे है
उन्होंने कहा, आज देश में जो घटित हो रहा है, उसमें चारों ओर अधर्म की स्थिति है। बड़े स्तर पर कुकर्म चल रहे हैं, जो लोग कुकर्म कर रहे हैं, उनकी तरक्की हो रही है। केजरीवाल का कहना था कि देश को 75 वर्ष पश्चात् अच्छी शिक्षा की उम्मीद देने वाला मनीष सिसोदिया आज जेल के अंदर है। धर्म जेल के अंदर एवं हमारी बेटियों को छेड़ने वाला बृजभूषण (कैसरगंज से भाजपा सांसद) सत्ता का सुख भोग रहा है। आगे उन्होंने कहा, निर्धन लोगों को दवाइयां दिलाने वाला सत्येंद्र जेल के अंदर है तथा चुन-चुन कर देश के सबसे कुकर्मी एवं भ्रष्ट लोगों को अपनी पार्टी में सम्मिलित कराके सत्ता का सुख भोग रहे हैं।
वो मानव जाति के उत्थान के लिए अवतार लेंगे
केजरीवाल ने कहा, प्रभु श्रीकृष्ण, अर्जुन के माध्यम से पूरी सृष्टि को यह कहने का प्रयास कर रहे हैं कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म को कुचला जाएगा एवं जब-जब अधर्म बहुत अधिक हो जाएगा। तब-तब मैं उत्पन्न होऊंगा एवं अवतार लूंगा। मानव इतिहास में कई ऐसे मौके आते हैं, जब अधर्म बहुत अधिक हो जाता है। लोगों को लगने लगता है कि सच्चाई से कुछ नहीं होगा। अच्छे लोग उम्मीद खो बैठते हैं। ऐसे हालात के लिए भगवान ने विश्वास दिया है कि वो मानव जाति के उत्थान के लिए अवतार लेंगे।
क्या किसान की मांग नाजायज
केंद्र सरकार से किसानों की मांगों को लेकर भी केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, किसान हमारे अन्नदाता हैं। किसान सबसे अधिक मेहनत करता है। किसान दिन-रात, सर्दी-गर्मी एवं बरसात में पसीना बहाता है एवं हमारे लिए अन्न उगाता है। किसान गरीब है, अमीर तो नहीं है। ऐसा तो नहीं है कि बड़े-बड़े बंगले बनाकर बैठे हैं, जैसे इन नेताओं ने बड़े-बड़े बंगले बना रखे हैं। उन्होंने कहा, किसान की बात क्यों नहीं मानते हो। क्या किसान की मांग नाजायज है। किसान की मांग है कि मेरी फसल का मुझे पूरा दाम मिलना चाहिए। आखिर किसान को यह सब क्यों करना पड़ रहा है?