नई दिल्ली । अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए एक बड़ा बदलाव किया गया है. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए राम मंदिर में दर्शन की टाइमिंग को सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक कर दिया गया है। पहले दर्शन की टाइमिंग सुबह 7 से शाम 7 बजे तक थी. इस बीच भगवान राम की मूर्ति के सामने दिन में दो बार करीब 15-15 मिनट के लिए पर्दा गिराया जाएगा. इसके साथ ही अयोध्या में उमड़ी भीड़ की वजह से और भी कई बदलाव किए हैं।
भक्तों के लिए बना एंट्री-एग्जिट प्लान
राम मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एंट्री-एग्जिट प्लान बनाया है. इसके अनुसार राम पथ से आने वाले भक्तों को पहले अपने सामान की एक्स-रे जांच करवानी होगी. इसके बाद उन्हें यहां से एक अन्य फैसिलिटी में ले जाया जाएगा. जहां भक्तों के सामान रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं. लॉकर्स वाले सेक्शन के बाद भक्तों का सिक्योरिटी चेक होगा, जिसके बाद ही भक्त रामलला के दर्शन कर पाएंगे।
दर्शन के बाद एग्जिट के समय भक्तों को दान पेटी में दान करने का समय दिया जाएगा. इसी जगह पर भक्तों को प्रसाद मिलेगा और फिर उन्हें मंदिर परिसर के पीछे से बाहर निकाला जाएगा. इसके साथ ही एग्जिट से पहले ही लोगों से उनके लॉकर्स की चाभी लेकर उनका सामान दिया जाएगा. बता दें, एग्जिट गेट मंदिर के निकास और राम पथ से जुड़ा हुआ है. यहां से लोगों के बाहर आने के लिए तीन लाइन बनाई गई है।
भक्तों के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए
भक्तों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर परिसर में मोबाईल और जूते रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं. इसके साथ ही सात ऑटोमैटिक लगैज एक्स-रे स्कैनर्स लगाए गए हैं. एक्स-रे स्कैनर्स को मंदिर में एंट्री-एग्जिट प्लान पर लगाया गया है।
अयोध्या की सीमाओं को किया गया सील
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या पुलिस ने अयोध्या की बॉर्डर्स को कुछ देर के लिए सील कर दिया था. इसके साथ ही अयोध्या में चलने वाली सरकारी बसों और ट्रेनें भी रोक दी गई हैं. सिर्फ आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले अन्य लोगों को जिले के कुछ हिस्सों में एंट्री की दी जा रही है।
पुलिस ने बस्ती, गोंडा, अंबेडकर नगर, बाराबांकी, सुल्तानपुर और अमेठी मार्ग से आवागमन रोकने के लिए जिले की सीमा से 15 किलोमीटर पहले नाकेबंदी कर दी है. अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि हम स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से राम मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए खोल दिये गए थे. पहले ही 5 लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन किए और आगे भी अयोध्या में भक्तों का सैलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट के सदस्यों से मार्च तक राम मंदिर न जाने को कहा है।