नई दिल्ली । हार्दिक पंड्या(hardik pandya) मौजूदा दौर में भारतीय क्रिकेट (indian cricket)के सबसे जबरदस्त ऑलराउंडर(great allrounder) उनके होने से टीम को कॉन्फिडेंस (Confidence)मिलता है. उसकी ताकत में इजाफा होता है. लेकिन, पंड्या जितने धाकड़ हैं उतने ही इंजर्ड रहने वाले खिलाड़ी भी है. इंजरी ही तो है जिसने उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज से दूर किए रखा. इससे पहले साउथ अफ्रीका में नहीं खेलने दिया. पंड्या की ये इंजरी उन्हीं के गुरु भाई के लिए वरदान बन गई. अफगानिस्तान के खिलाफ मौका मिला, जिसे उनके गुरु भाई ने दोनों हाथों से लपका. और, अपने दमदार परफॉर्मेन्स से भारत को ये भरोसा दिया कि हार्दिक नहीं तो वो हैं ना।
इसमें दो राय नहीं कि टीम इंडिया में हार्दिक पंड्या की जगह कोई नहीं ले सकता. उनकी भरपाई नहीं कर सकता. हां उनका विकल्प जरूर हो सकता है, जिसके लिए उनके गुरु भाई शिवम दुबे ने अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज में परफॉर्म कर अपना दावा ठोक दिया है।
हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे ‘गुरु भाई’ कैसे?
जाहिर है कि अब आप इस सोच में पड़ गए होंगे की हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे दोनों गुरु भाई कैसे हुए? तो इनके बीच गुरु भाई का कनेक्शन जाकर जुड़ता है एमएस धोनी से. दरअसल, इन दोनों का मानना है कि वो आज जहां है, क्रिकेट में उन्होंने जो कुछ भी सीखा है, उसमें धोनी भाई का बड़ा योगदान है।
हार्दिक और धोनी की बॉन्डिंग तो वैसे भी जगजाहिर है. धोनी जब इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय थे, तब उन्होंने उनसे कप्तानी और अपने खेल की काफी बारीकियां सीखी थी. ठीक ऐसा ही शिवम दुबे के साथ भी है. उन्हें IPL में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलने का सबसे बड़ा फायदा यही हुआ कि धोनी से सीखने को मिला. तभी तो चाहे मोहाली हो या इंदौर, टीम इंडिया के लिए मैच खत्म करने के बाद वो धोनी का नाम लेना नहीं भूले।
अब जो एक ही गुरु से सीखते हैं वो तो गुरु भाई ही हुए ना. वैसे धोनी के लिए भी ये फक्र की बात होगी अगर शिवम दुबे, टीम इंडिया में हार्दिक पंड्या के विकल्प बनते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि दुबे के खेल के धोनी काफी मुरीद हैं. और, फिर उनका ही जांचा-परखा एक ऐसा खिलाड़ी, जो गेंद और बल्ले दोनों से धमाल मचा सकता है, टीम इंडिया की ताकत बनता है, तो इससे बड़ी बात और क्या होगी?
क्यों शिवम दुबे हैं हार्दिक पंड्या के बेहतर विकल्प?
अब सवाल है कि क्यों टीम इंडिया में शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या के विकल्प के तौर पर उनके दावेदार बनते दिख रहे हैं? क्यों ये भरोसा लोगों के दिलों में घर करता जा रहा है कि हार्दिक पंड्या हों तो ठीक लेकिन अगर नहीं भी रहे तो शिवम दुबे हैं जगह संभालने को? तो इसके पीछे है शिवम दुबे का हालिया प्रदर्शन, जो उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज में गेंद और बल्ले दोनों से किया है।
5 चौके और 4 छक्के के साथ शिवम दुबे ने इंदौर में खेले दूसरे T20I में 196.37 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 32 गेंदों पर नाबाद 63 रन जड़ते हुए मैच फीनिश किया. तो वहीं मोहाली में खेले पहले T20I में भी 150 की स्ट्राइक रेट से केवल 40 गेंदों पर 60 रन जड़ते हुए खेल को अंजाम तक पहुंचाया था. इतना ही नहीं उन्होंने गेंद से मोहाली में जहां 1 विकेट लिया था. वहीं इंदौर में 2 विकेट झटके।
T20I में हार्दिक पंड्या Vs शिवम दुबे
अब जरा इस तुलना से भी समझिए कि आखिर क्यों हैं शिवम दुबे, टीम इंडिया में हार्दिक पंड्या की जगह के हकदार? शिवम दुबे ने भारत के लिए अभी सिर्फ 20 T20I मैच ही खेले हैं, लेकिन उनके नाम 3 अर्धशतक हैं. वहीं हार्दिक पंड्या के 92 T20I मैच खेलने के बाद भी 3 अर्धशतक ही हैं. स्ट्राइक रेट भी शिवम दुबे का 149.45 का है वहीं हार्दिक पंड्या का 139.83 का. बात गेंदबाजी की करे तो हार्दिक पंड्या की इकॉनमी जहां 8.16 की है वहीं शिवम दुबे का थोड़ा सा ज्यादा यानी 9.71 का।
कप्तान के भरोसे पर खरे हैं दुबे जी
कुल मिलाकर ये वही शिवम दुबे हैं जिन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20 सीरीज में टीम में चुना तो गया था पर खेलने का मौका नहीं मिला था. उसके बाद साउथ अफ्रीका दौरे से इन्हें ड्रॉप किया गया. लेकिन, जब अफगानिस्तान के खिलाफ मौका मिला तो पहले दो मैचों के बाद दुबे पूरी सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. वो मैदान पर वही करते दिख रहे हैं, जो कप्तान रोहित शर्मा उनसे करने को कह रहे हैं और यही वजह है कि अब रोहित भी खुश हैं और शिवम दुबे भी।