नई दिल्ली । आज यानी रविवार 26 मई को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला जाएगा। टूर्नामेंट के 73 मैच खेले जा चुके हैं और सिर्फ फाइनल मुकाबला ही बाकी है। इस खिताबी मैच से पहले जान लीजिए कि फ्रेंचाइजियों ने जिन 10 खिलाड़ियों पर पैसा पानी की तरह बहाया, वह काम आया या नहीं? फाइनल से पहले जान लीजिए कि सीजन के 10 सबसे महंगे खिलाड़ियों ने इस साल कैसा प्रदर्शन किया? इन खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क, ऑलराउंडर पैट कमिंस और भारतीय तेज गेंदबाज हर्षल पटेल जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
1. मिचेल स्टार्क
कोलकाता नाइट राइडर्स यानी केकेआर मिचेल स्टार्क को 24.75 करोड़ रुपये में खरीदा था। वे ना सिर्फ इस सीजन के, बल्कि इतिहास के सबसे महंगे क्रिकेटर बन गए थे। हालांकि, आईपीएल 2024 की शुरुआत में उनका प्रदर्शन खराब था। वे 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा खर्च कर रहे थे और उनको कुछ ही विकेट मिले थे। हालांकि, दूसरे हाफ में उनका प्रदर्शन बेहतर होता गया और क्वॉलिफायर 1 में तो उन्होंने कहर बरपा दिया और तीन विकेट चटकाए। इस सीजन स्टार्क ने 13 मैचों में 15 विकेट हासिल किए हैं। चोट के कारण वे दो मैच नहीं खेले थे।
2. पैट कमिंस
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 फाइनल और वर्ल्ड कप 2023 फाइनल की सफलता के बाद पैट कमिंस को भी मोटी कम में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा था। एसआरएच ने उनको 20.75 करोड़ रुपये में खरीदा था और वे पहले ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्होंने 20 करोड़ का मार्क तोड़ा था। वे टीम के कप्तान बनाए गए और अब उन्होंने फाइनल में भी टीम को पहुंचा दिया है। 15 मैचों में वे 17 विकेट निकाल चुके हैं और कुछ मौकों पर उन्होंने रन भी बनाए हैं तो एसआरएच और कमिंस की डील पैसा वसूल डील साबित हुई है।
3. डेरिल मिचेल
चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके ने न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर डेरिल मिचेल को 14 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि, उन्होंने टीम को निराश किया है। वे ना तो बल्ले से और ना ही गेंद से प्रभावी साबित हुए। बतौर बल्लेबाज वे आईपीएल 2024 के 13 मैचों में 2 अर्धशतकों के साथ 318 रन ही बना सके और बतौर गेंदबाज वे 2 मैचों में गेंदबाजी करने उतरे और एक विकेट ही निकाल पाए। इस तरह उनकी और सीएसके की डील पैसा वसूल डील साबित नहीं हुई।
4. हर्षल पटेल
भारतीय तेज गेंदबाज हर्षल पटेल को पंजाब किंग्स ने 11.75 करोड़ रुपये में खरीदा था। उनसे टीम को उम्मीद थी कि वे डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी करेंगे और वे इस भरोसे पर खरे उतरे। पंजाब का हर्षल पर पैसा लुटाना काम आया। हालांकि, टीम प्लेऑफ्स में नहीं पहुंच पाई, क्योंकि बल्लेबाजी खराब रही। हर्षल ने 14 मैचों में 9.73 की इकोनॉमी से 24 विकेट लिए। वे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं।
5. अल्जारी जोसेफ
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु यानी आरसीबी ने वेस्टइंडीज के पेसर अल्जारी जोसेफ को साढ़े 11 करोड़ रुपये में खरीदा था। आरसीबी ने पहले ही मैच से उनको मौका दिया और लगातार तीन मैच खिलाए। हालांकि, उन्होंने 11 से ज्यादा की इकॉनमी रेट से रन लुटाए और उनको सिर्फ एक विकेट मिला। बाद में वे चोटिल भी हो गए तो आरसीबी के लिए उन पर पैसा बहाना भारी पड़ गया।
6. स्पेंसर जॉनसन
ऑस्ट्रेलिया के इस लेफ्ट आर्म पेसर को गुजरात टाइटन्स ने खरीदा था। जीटी ने स्पेंसर जॉनसन पर 10 करोड़ रुपये बहाए, लेकिन टीम का ये पैसा भी पानी की तरह बह गया, क्योंकि वे 5 मैच गुजरात की टीम के लिए खेले, जिनमें सिर्फ चार विकेट उनको मिले। बाद में वे चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इस तरह जीटी का उन पर पैसा बहाना खराब रहा।
7. समीर रिजवी
भारत के अनकैप्ड ऑलराउंडर समीर रिजवी को चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके ने 8.4 करोड़ रुपये में खरीदा। हालांकि, वह युवा उस राशि को संभालने में और उसके साथ न्याय करने में असफल रहा। 8 मैचों में वे सिर्फ 51 रन बना सके और टीम के लिए बहुत बड़ी विफलता साबित हुए। इस सीजन में रिजवी का सर्वोच्च स्कोर 21 रन था। इस तरह सीएसके को घाटा रहा.
8. राइली रोसो
पंजाब किंग्स ने साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज राइली रोसो को अपने साथ जोड़ने के लिए 8 करोड़ रुपये चुकाए, लेकिन रोसो ने टीम को निराश किया। वे 8 मैचों में एक अर्धशतक के साथ कुल 211 रन बना पाए। इस तूफानी बल्लेबाज से पंजाब को उम्मीद रही होगी कि वे तूफानी पारियां खेलकर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
9. शाहरुख खान
गुजरात टाइटन्स ने भारतीय ऑलराउंडर शाहरुख खान पर भी मोटी रकम खर्च की। जीटी ने उनको 7.4 करोड़ रुपये में खरीदा था और वे 7 पारियों में 1 अर्धशतक के साथ 127 रन बना पाए। इससे साबित होता है कि उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक बहुत खराब रहा, जो गुजरात टाइटन्स पर भारी पड़ गया।
10. रोवमैन पॉवेल
राजस्थान रॉयल्स ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल को 7.4 करोड़ रुपये में खरीदा था। देखा जाए तो उन्होंने 9 मैचों में 103 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 27 रन था। हालांकि, उन्होंने दो मैच फिनिश किए। बावजूद इसके उन पर लुटाया गया पैसा बेकार साबित हुआ, क्योंकि वे कई मैचों में फेल रहे, जो टीम के लिए घाटे का सौदा रहा।