संजय सिंह ठाकुर / पालघर : पालघर जिले के दहानू और तलासरी तहसील में 22 बच्चें स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए गए है. इसमें इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई है.यह सभी बच्चे दहानू झाई आदिवासी आश्रम स्कूल (Jhai Adivasi Ashram School ) व अन्य जगह के बताए जा रहे है.
वही इसे लेकर जिला सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सागर पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया की करीब एक हफ्ता पहले कुछ बच्चें स्वाइन फ्लू नामक बीमारी से संक्रमित पाए गए थे. सभी को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के बाद सभी बच्चो को डिस्चार्ज कर दिया गया है. लेकिन इसमें करीब 9 साल की एक बच्ची की मौत हो चुकी है. इस बच्ची की मौत के कारण का अभी तक सही पता नहीं चल पाया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद सही पता चल पायेगा, की इस लड़की की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है, य किसी दूसरी बीमारी से. जबकि दहानु की एसडीएम आशिमा मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया की इस लड़की का पीएम रिपोर्ट जे.जे. हॉस्पिटल से आचुका है. पीएम रिपोर्ट में फेफड़ों में संक्रमण पाया गया है .
स्वाइन फ्लू संक्रमण क्या है ……
स्वाइन फ्लू या एच.एन. इन्फ्लूएंजा ए वायरस ने पहली बार 2009 में इंसानों को प्रभावित किया था और डब्ल्यूएचओ ने 2010 में इसे महामारी घोषित किया था. हालांकि, विश्व स्तर पर अब लोगों ने इस वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित कर ली है. ऐसे में इस वायरस से अब आसानी से बचाव संभव है. एच.एन. (H1N1) वायरस अन्य रेगुलर ह्यूमन फ्लू वायरस की ही तरह है, जो फ्लू सीजन में लोगों को अधिक प्रभावित करता है. इस बीमारी को अब कोरोना का बड़ा भाई भी कहा जाने लगा है. क्योंकि दोनों बीमारी के लक्षण करीब करीब सेम बताए जा रहे है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण……
इसमें बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, दस्त, खांसी, गले में खराश , थकान, नासिका मार्ग ब्लॉक होनाऔर छींक आने जैसे अन्य लक्षण शामिल हैं. फ्लू सीजन में बेसिक हाइजीन का ख्याल रखकर और सर्जिकल मास्क पहनकर इस संक्रमण से बचा जा सकता है. स्वाइन फ्लू के कई मामले गर्मी और मानसून सीजन में बढ़ जाते हैं. जिन लोगों को अस्थमा और डायबिटीज है, उनमें इनके लक्षणों को और भी अधिक बढ़ा सकता है. यदि आपको सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, पेट दर्द, चक्कर या भ्रम जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.