केशव भूमि नेटवर्क / पालघर : पालघर सोनोपंत दांडेकर कॉलेज में दीपाली केलकर नें कहा की महाराष्ट्र और देश में संतों द्वारा लिखे और दिए गए उपदेश से हमारा मानसिक अथवा बौद्धिक विकास हो सकता है. संतो का उपदेश हमारी अटूट दौलत है,आज के आधुनिक युग में उसकी बहुत आवश्यकता है. पालघर सोनोपंत दांडेकर कॉलेज के संस्थापक सोनोपंत दांडेकर की 53वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अतिथि के रूप में मौजूद दीपाली केलकर नें यह बात कही.
वही सोनोपंत दांडेकर शिक्षण मंडळी के अध्यक्ष जी.डी. तिवारी ने अपना विचार व्यक्त करते हुए और चल रही राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा की हम और हमारा संगठन हमेशा सोनुमामा द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते रहेंगे.साथ ही दांडेकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. किरण सावे ने कॉलेज का इतिहास बताते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए अच्छे विचारों वाले लोगों का निष्क्रिय रहना समाज के लिए सही नहीं है. इसलिए अच्छे विचारों वाले लोगों को समाज में आगे आना चाहिए ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके .
इस अवसर पर उपाध्यक्ष धनेशभाई वर्तक, सचिव प्रा. अशोक ठाकूर, अतु दांडेकर, उपप्राचार्य डॉ. तानाजी पोळ, प्रा. अनघा पाध्ये-देशमुख , कार्याध्यक्ष प्रा. यादव मोरे, उपकार्याध्यक्ष डॉ. रोहीत गायकवाड, उपप्राचार्य प्रा. महेश देशमुख, प्रा. विवेक कुडू समेत बड़ी संख्या अन्य मान्यवर छात्र ,छात्राए उपस्तिथ थे.