पालघर : पालघर के डीएम गोविंद बोडके द्वारा एनसीपी विधायक सुनील भुसारा को अपमानित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पालघर के विक्रमगढ़ विधानसभा से एनसीपी के विधायक सुनील भुसारा ने डीएम गोविंद बोडके के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दाखिल किया है. विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक के इस प्रस्ताव को मंजूरी कर लिया है. साथ ही विधायक ने इस मामले को लेकर मुंबई के मरीन ड्राईव्ह पुलिस स्टेशन में पत्र के माध्यम से डीएम के ख़िलाफ़ शिकायत किया था.इस मामले में मरीन ड्राईव्ह पुलिस ने विधायक सुनील भुसारा का व्यान दर्ज किया है.
वही विधायक द्वारा डीएम के खिलाफ़ की गई शिकायतों को देखते हुए माना जा रहा है कि आगामी समय में डीएम गोविंद बोडके की मुश्किलें बढ़ सकती है. वही इस मामले को लेकर विधायक सुनील भूसारा ने जानकारी देते हुए बताया की पिछले दिनों 6 फ़रवरी को आदिवासी विकास मंत्री डॉ. विजय कुमार गावित के अध्यक्षता में मंत्रालय में राज्य स्तरीय जिला उपाय योजना की बैठक की गई थी. इस बैठक में कैबनेट मंत्रियो के साथ विधानसभा उपाध्यक्ष, जिले के विधायक , जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आदिवासी प्रकल्प अधिकारी,समेत मंत्रालय के उच्च स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे.
इस मीटिंग के दौरान जब मैंने डीएम गोविंद बोडके से कहा की इस बैठक से पहले अगर आप ने जिले के विकास कामो को लेकर बैठक किया होता तो विकास के मुद्दों को हम और अच्छी तरह इस बैठक में पेश कर पाते. कलेक्टर ने मेरा अपमान करते कहा की मुझे किसी से पूछने की जरूरत नहीं है, मैंने वही किया है जो मैं जानता हूं. कलेक्टर का सार्वजनिक दुराचार निंदनीय था. उन्होंने मेरी भावनाओं को ठेस पहुँचाया, क्योंकि उन्होंने किसी भी प्रकार के राज्यशिष्टाचार का पालन नहीं किया. इस लिए मैंने कार्रवाई की मांग की है.वही कलेक्टर ने मिडिया को जानकारी देते हुए इस आरोप को गलत बताया है. उनका कहना है की मैंने किसी का अपमान नही किया है.यह मुझ पर झूठा आरोप है.