सैन फ्रांसिस्को। थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे ने अमेरिका की अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान सैन फ्रांसिस्को में अमेरिकी सेना की अग्रणी सैन्य नवाचार इकाई डिफेंस इनोवेशन यूनिट (डीआईयू) का दौरा किया। उन्होंने डीआईयू के निदेशक और रक्षा सचिव के वरिष्ठ सलाहकार डौग बेक से बातचीत की।
डिफेंस इनोवेशन यूनिट एकमात्र अमेरिकी रक्षा विभाग संगठन है, जो विशेष रूप से अमेरिकी सेना में महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने और भविष्य के लिए एक बल बनाने में मदद करने के लिए वाणिज्यिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र और विस्तार पर केंद्रित है।
इसके अलावा जनरल मनोज पांडे ने ने कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड का भी दौरा किया। सेना प्रमुख की यात्रा ने उन साझा मूल्यों और हितों पर प्रकाश डाला जो भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को रेखांकित करते हैं। इसका उद्देश्य रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग और विकास को बढ़ाना है।
इससे पहले शुक्रवार को सीओएएस जनरल मनोज पांडे ने अमेरिकी सेना के 1 कोर के मुख्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने स्ट्राइकर यूनिट, मल्टी-डोमेन टास्क फोर्स और विशेष बल समूह पर ब्रीफिंग प्राप्त की, जिसका उद्देश्य अधिक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यों के अवसरों का पता लगाना था।
अमेरिका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा (13-16 फरवरी) के दौरान सेना प्रमुख ने संयुक्त राज्य सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रैंडी जॉर्ज के साथ चर्चा की, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और वैश्विक शांति और सुरक्षा प्रयासों को बढ़ावा देना था।
सेना प्रमुख ने अमेरिकी सेना गार्ड ऑफ ऑनर की समीक्षा करके अपनी यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने एक गंभीर समारोह में भाग लिया और आर्लिंगटन राष्ट्रीय कब्रिस्तान में अज्ञात सैनिक की कब्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
बता दें यह यात्रा भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में एक और मील का पत्थर है, जो सैन्य सहयोग बढ़ाने, वैश्विक खतरे की धारणाओं पर रणनीतिक दृष्टिकोण का आदान-प्रदान करने और भविष्य के बल विकास और आधुनिकीकरण की दिशा में मिलकर काम करने की पारस्परिक इच्छा को दर्शाती है।