नई दिल्ली । पाकिस्तान (Pakistan)में आम चुनाव से पहले लगातार आतंकी हमले (Terrorist attacks)हो रहे हैं. इससे अशांति फैल (unrest spread)रही है. दहशत फैल रहा है. चुनावी रैलियों (election rallies)को भी निशाना बनाया जा रहा है. चुनाव आयोग भी अब इससे अछूता नहीं है. कराची में आयोग के कार्यालय के बाहर हमला किया गया है. इस हमले में किसी के हताहत की खबर नहीं है. आज ही बलूचिस्तान प्रांत में दस बम धमाके हुए है, जिसमें एक 84 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव शेड्यूल है. इससे पहले पुलिस प्रशासन माहौल को शांत करने और हालात को काबू में करने की जद्दोजहद में जुटे हैं. हालांकि, आतंकी लगातार हमले कर व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं. हाल के हमलों के बारे में कहा जा रहा है कि सिर्फ दहशत फैलाने की कोशिश की गई है. बलूचिस्तान में आज शुक्रवार को ही पुलिस स्टेशनों, डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर और राजनीतिक पार्टियों के कार्यालयों को निशाना बनाया गया है।
एक बयान में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है जबकि विस्फोट की तीव्रता और प्रकृति के बारे में पता लगाया जा रहा है. अधिकारी ने कहा कि विस्फोटक सामग्री कराची के रेड जोन इलाके में स्थित ईसीपी कार्यालय की दीवार के पास एक शॉपिंग बैग में रखी गई थी।
चुनावी रैली में भी हुए आतंकी हमले
बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पिछले हफ्ते ही एक चुनावी रैली में हमला हुआ था. रैली इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने आयोजित की थी. इस टारगेटेड हमले में पीटीआई के तीन सदस्य मारे गए थे. वहीं पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल भी हो गए थे. पड़ोसी पाकिस्तान हाल के दिनों में आतंकी हमलों से थर्रा रहा है. खैबर पख्तूनवा, बलूचिस्तान से लेकर इस्लामाबाद और कराची तक में हमले देखे गए हैं. खैबर पख्तूनवा और बलूचिस्तान आतंकियों का गढ़ माना जाता है।
तीन दिनों में 24 आतंकी किए गए ढेर
पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग की मानें तो पिछले तीन दिनों में 24 आतंकियों को ढेर किया गया है. मीडिया विंग आईएसपीआर ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि बलूचिस्तान के माच और कोलपुर में 29-30 जनवरी की दरमियानी रात आतंकियों ने रॉकेट्स और अत्याधुनिक हथियारों से हमला किया था।
कोलपुर में इस दौरान कम से कम छह दुकानें बर्बाद हो गई थीं और उसमें आग लगा दी गई थी. पाकिस्तान सेना के मुताबिक, हमले की जिम्मेदारी मजीद ब्रिगेड ने ली थी. यह संगठन बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी से जुड़ा है, जिसके आतंकियों को सेना ने अब मार गिराया है।