नई दिल्ली । शनिवार 10 फरवरी का दिन पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान और उनके समर्थकों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया. एक तरफ आम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने ज्यादातर सीटों पर जीत दर्ज की जिनमें से अधिकांश इमरान खान की पार्टी के समर्थन में हैं, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत ने इमरान खान को जमानत दे दी है।
जानकारी के मुताबिक पिछले साल मई में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों से संबंधित 12 मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को जमानत दे दी गई है. इमरान और उनकी पार्टी के कई नेताओं पर पिछले साल 9 मई की हिंसा के सिलसिले में कई मामलों में मुकदमा चलाया जा रहा है, जिसने पूरे पाकिस्तान में प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया था।
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद मचा बवाल
इस्लामाबाद में अर्धसैनिक बलों ने इमरान खान को गिरफ्तार किया था जिस के बाद से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. इसी दौरान हुई हिंसा में रावलपिंडी में सेना मुख्यालय सहित 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठान और राज्य भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे. इसके साथ ही लाहौर के कोर कमांडर के घर, अस्करी टावर, शादमान पुलिस स्टेशन पर को भी निशाना बनाया गया था. इसके अलावा इमरान खान के जमान पार्क आवास के बाहर पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया था।
अविश्वास मत के माध्यम से हटाए गए थे इमरान खान
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी के कई नेता अप्रैल 2022 में इमरान के प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से कई मामलों का सामना कर रहे हैं. इमरान को अविश्वास मत के माध्यम से प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था. जिसके बाद से लगातार इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही थी।
तोषाखाना मामले में सुनाई गई 3 साल की सजा
पिछले साल अगस्त में इमरान खान को तोषाखाना मामले में तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, जो कि सरकारी उपहारों की अवैध बिक्री से संबंधित है, जो उन्होंने प्रधान मंत्री रहते हुए अपने पास रखे थे. जबकि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनकी सजा को निलंबित कर दिया था. इसके बाद उन्हें राज्य के रहस्यों को लीक करने के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था जिसे सिफर मामले के रूप में जाना जाता है इस मामले में उन्हें 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने इमरान के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया साथ ही उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह बल्ला भी उनसे छीन लिया।
आम चुनाव में इमरान की पार्टी का बेहतरीन प्रदर्शन
बता दें कि इमरान खान इन दिनों जेल में बंद है. बावजूद इसके उनकी पार्टी ने देश में हुए आम चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. रिपोर्ट की मानें तो पीटीआई के उम्मीदवारों ने करीब 100 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है. हालांकि इमरान की पार्टी बहुमत से काफी दूर है. पाकिस्तान में 265 सीटों पर चुनाव कराए गए थे, जिसमें सरकार बनाने के लिए कम से कम 133 सीटों की जरूरत है।
PML-N सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी
चुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी PML-N सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इस बीच नवाज शरीफ ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. खबर है कि PML-N और जरदारी की पार्टी PPP के बीच गठबंधन कर सरकार बनाने पर सहमति बन गई है।