चिली। चिली के जंगलों में लगी आग ने भयानक रूप धारण कर लिया है। शनिवार को अधिकारियों द्वारा जारी की गई सूचना में बताया गया है कि इसकी चपेट में आने से 46 लोगों की मौत हो गई है। आग पर अबतक काबू नहीं पाया गया गया है और यह लगातार बढ़ रही है। जिसकी वजह से कई घर जलकर खाक हो गए हैं। इसके अलावा जलने से सड़कों पर लोगों के शव भी नजर आ रहे हैं।
आग के भयानक रूप को देखते हुए राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने देश के मध्य और दक्षिणी भागों में आपातकाल की स्थिति का आदेश दिया है। चिली में फिलहाल ग्रीष्म ऋतु का समय चल रहा है। यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104 डिग्री फारेनहाइट) के आस-पास है, जिससे चिंता और बढ़ गई है।
सरकार मदद के लिए खड़ी
देश में आग के बढ़ते कहर को देखते हुए राष्ट्रपति बोरिक (3 फरवरी 2024) ने शनिवार को हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘आग की वजह से 40 लोगों की मौत हुई है, जबकि 6 लोगों ने झुलसने की वजह से दम तोड़ा है।’ गेब्रियल बोरिक का मानना है कि इस संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है। हवाई सर्वेक्षण के बाद उन्होंने लोगों से वादा करते हुए कहा कि, ‘हम उन्हें फिर से अपने पैरों पर खड़े करने के लिए सरकार के रूप में मौजूद हैं।’
मध्य चिली के समुद्र तट से लगे वालपराइसो पर्यटन क्षेत्र के विना डेल मार क्षेत्र में घना धुंआ छाया हुआ है। जिसकी वजह से स्थानीय निवासी अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। चिली अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन आपूर्ति पर कर्फ्यू लगा दिया है। विशेषकर ईंधन सप्लाई पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा इन क्षेत्रों से लोगों को निकालने के भी आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि अबतक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने लोगों को जगह छोड़ने का आदेश दिया गया है।