नई दिल्ली । अमेरिका ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका दिया है और मध्यस्थता करने की किसी भी संभावना से साफ शब्दों में इनकार कर दिया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है, कि “वाशिंगटन कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच “उत्पादक और शांतिपूर्ण वार्ता” का स्वागत करेगा, लेकिन किसी भी तरह की बातचीत की रफ्तार क्या होगी, उसकी गुंजाइश क्या होगी और बातचीत का आधार क्या होगा, ये भारत और पाकिस्तान के बीच तय करने का मामला है।
यानि, अमेरिका ने साफ शब्दों में कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच आने से इनकार कर दिया है, जो पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि वो लगातार इस कोशिश में लगा था, कि अमेरिका, कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाए, जबकि भारत किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को नकारता है।
कश्मीर पर पाकिस्तान को US से झटका
दरअसल, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में होने वाली बातचीत की किसी संभावना को लेकर पाकिस्तानी पत्रकार ने सवाल पूछा था, और ये सवाल उस वक्त पूछा गया है, जब पाकिस्तान में शहबाज शरीफ ने सरकार की कमान संभाली है और उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें ट्वीट कर एक लाइन की बधाई दी।
पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं, कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच रिश्ते सामान्य हो सकते हैं और बातचीत का वो रास्ता खुल सकता है, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बंद कर दिए थे।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, कि वाशिंगटन ने भारतीय प्रधानमंत्री के बधाई संदेश का स्वागत किया है। मिलर ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है, और हम उनके बीच उत्पादक और शांतिपूर्ण संबंध देखना चाहते हैं।
भारत-पाक के बीच सार्थक और शांतिपूर्ण वार्ता का स्वागत करेंगे
उन्होंने कहा, “बेशक हम भारत और पाकिस्तान के बीच सार्थक और शांतिपूर्ण वार्ता का स्वागत करेंगे, लेकिन किसी भी बातचीत की गति, दायरा और चरित्र भारत और पाकिस्तान को तय करना है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री शहबाज को देश के 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर बयान में कहा गया, “पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लेने पर @CMShehbaz को बधाई।
पीएम मोदी ने सिर्फ एक लाइन का ही बधाई संदेश लिखा, जिससे पता चलता है, कि भारत, पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर कोई ज्यादा उम्मीद नहीं रखता है। अमेरिका ने भी प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज की वापसी का स्वागत किया था और दोनों देशों के “साझा हितों को आगे बढ़ाने” पर नई पाकिस्तानी सरकार के साथ काम करने का आश्वासन दिया है। लेकिन, माना जा रहा है, कि पाकिस्तानी चुनाव में जिस तरह से धांधली हुई है, अमेरिका उससे काफी नाराज है।