पालघर:अपनी बिभिन्न मांगो को लेकर ‘’महाराष्ट्र राज्य शालेय पोषण आहार कर्मचारी संघटना’’ के बैनर तले पालघर जिला परिषद पर मोर्चा लेकर भोजन पकाने वाली महिला कर्मचारियों ने जिला परिषद के सभी गेट को बंद कर जिला परिषद में मौजूद सभी को कैदी बना दिया|यह महिलाकर्मी जिला परिषद के प्राथमिक, माध्यमिक, अनुदानित व आश्रम स्कूलों में मध्याह्न भोजन पकाने का काम करती है|
इन महिलाओं का कहना था की वह स्कूलों में मध्याह्न भोजन पकाने का काम करती है|उसके बदले में उन्हें ढाई हजार प्रशासन की तरफ से ढाई हजार का अनुदान मिलता है|लेकिन वह भी दो ,तीन महीने में मिलाता है , कभी समय पर नहीं मिलता है|ऊपर से तरह तरह के भोजन बनाने का नियम लाद देते है |अभी हाल ही में बिना किसी कारण बस जवाहर तालुका के तीन स्कूलों ने पुराने कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया, जिन्हें तालुका शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्रधानाध्यापकों को लिखे गए पत्रों के बावजूद फिर से काम पर नहीं रखा गया है। क्या यह प्राचार्य एवं समूह शिक्षा अधिकारियों द्वारा लिये गये शासन के निर्णयों का उल्लंघन नहीं है? उन पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए | इस लिए हमारी मांग है जिन्हें स्कुल से निकाला गया है उन्हें तुरंत स्कूल में लिए जाए, हमें ढाई हजार मानधन नहीं अब हमें तनख्वाह चाहिए | क्योंकि इस महंगाई में ढाई हजार में हम भोजन पकाकर बच्चों को कैसे खिलाए | हमारी मांग जबतक पूरी नहीं होती है तब तक हम जाने वाले नहीं है |