श्रीनगर । भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए बनाए गए INDIA गुट में दरार के संकेत देते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला जल्द ही तय नहीं किया गया तो कुछ विपक्षी दल एक अलग गठबंधन बना सकते हैं। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाले INDIA ब्लॉक को क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर आम सहमति तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
उन्होंने कहा कि, “अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया जाता है, तो गठबंधन के लिए खतरा है। इसे समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। यह संभव है कि कुछ लोग अलग गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं, जो मुझे लगता है कि सबसे बड़ा है खतरा। अभी भी समय है।” नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं। अब्दुल्ला ने आगे कहा कि पार्टियों को उन्हीं राज्यों में सीटें मांगनी चाहिए जहां उनका दबदबा है। जम्मू-कश्मीर के अनुभवी नेता ने कहा कि भाजपा को हराना महत्वपूर्ण है क्योंकि न केवल लोकतंत्र खतरे में है, बल्कि आने वाली पीढ़ी भी हमें माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि, “वह चुनौती हमारे सामने है। अगर हम अपने अहंकार को छोड़कर एक साथ मिलकर इस देश को कैसे बचाया जाए, इसके बारे में नहीं सोचते हैं, तो मुझे लगता है कि यह हमारी ओर से सबसे बड़ी गलती होगी।” बता दें कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए बनाया गया कई विपक्षी दलों का INDIA गठबंधन इस समय आगामी लोकसभा चुनावों से पहले सीट-बंटवारे की बातचीत में लगा हुआ है।
कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों के लिए सीट-बंटवारे की योजना पर सहमत हो गई हैं। हालाँकि, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी और दिल्ली और पंजाब में AAP के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत अब तक आम सहमति तक पहुंचने में विफल रही है।