नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और अडानी पावर के बीच सरचार्ज के भुगतान को हुई सुनवाई चर्चा का विषय बन गई। इसकी एक बड़ी वजह अदालत में ही दो वरिष्ठ वकीलों दुष्यंत दवे और अभिषेक मनु सिंघवी के बीच हुई नोक झोंक भी है। नौबत यहां तक आ गई कि वकीलों ने एक-दूसरे काम करने के तरीकों पर भी सवाल उठा दिया।
एक ओर जहां दवे जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से अदालत में पेश हुए थे। वहीं, सिंघवी अडानी पावर का पक्ष रख रहे थे। सुनवाई के दौरान सिंघवी ने कुछ कहा, तो दवे ने कहा कि वह अदालत के फैसले को ‘बकवास’ बता रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आप इस कोर्ट के फैसले को बकवास बता रहे हैं?’
सिंघवी ने इसे घटिया हरकत बताया और साफ किया है कि उनका बयान कोर्ट के फैसले को लेकर नहीं था। उन्होंने कहा, ‘घटिया हरकत! मुझे अपनी बकवास बाहर निकालने दें और कोर्ट मुझे सही करे।’ इसपर दवे ने जवाब दिया, ‘मैं लायक नहीं हूं। आप इस देश के सबसे अच्छे वकील हैं।’
सिंघवी ने दवे के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ‘वह मेज पर हाथ पटक रहे हैं, वह चिल्ला रहे हैं, यह सब क्या है? हम यहां किसी से भी डरने के लिए नहीं आए हैं।’ सुनवाई के दौरान ही सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि वह अडानी पावर की तरफ से दाखिल आवेदन को वापस लेना चाहते हैं। दवे ने जवाब दिया कि इसे दाखिल करना ही धोखाधड़ी थी। बीच में टोके जाने पर सिंघवी फिर भड़क गए और कहा, ‘जब मैं अपनी बात कहता हूं, तो वह भी बहस करना शुरू कर देते हैं। यह हास्यपाद है।’
खास बात है कि इससे पहले मंगलवार को भी मामले को सूचीबद्ध करने को लेकर बड़ा विवाद हुआ था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लिया और सुनवाई के लिए बुधवार को सूचीबद्ध किया था। कोर्ट ने भी रजिस्ट्री स्टाफ से मामले को सूचीबद्ध करने में हुई देरी को लेकर सवाल किया था।