बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से बेहद अच्छी खबर है। यहां पर सामरिक महत्व की बिलासपुर-भानुपल्ली-लेह रेललाइन के निर्माण के लिए मुस्लिम समाज में कुछ ऐसा काम किया कि अब उनकी हर तरफ तारीफ हो रही है।
दरअसल, बिलासपुर-भानुपल्ली-लेह रेललाइन के लिए जिले से रेललाइन का काम चल रहा है। यहां पर रेलवेलाइन का काम जोरों पर चल रहा है। साथ ही रेलवे प्रबंधन के समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं का निवारण हो रहा है। हुआ यूं कि जिले के लुहणु क्रिकेट मैदान के पीछे बने कब्रिस्तान है। जब निर्माणाधीन रेलवे लाइन के रास्ते में यह कब्रिस्तान आया तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एकत्रित होकर राष्ट्रहित में फैसला लिया और कब्रों को वहां से शिफ्ट करने का फैसला किया। रेलवे के लाइजन ऑफिसर धनेश तिवारी की उपस्थिति में यहां कब्रों को शिफ्ट किया गया।
जामा मस्जिद कमेटी के प्रधान हारून मोहम्मद ने बताया कि’ रेलवे लाइन के मार्ग में लुहणु के कब्रिस्तान का काफी हिस्सा आ रहा है तथा इस हिस्से में काफी कब्रें भी है। ऐसे में रेलवे अधिकारियों और मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवी लोगों ने आपसी वार्ता कर रास्ता निकालते हुए निर्णय लिया कि इस निर्माणाधीन ट्रैक के रास्ते में आने वाली कब्रों को कुछ दूरी पर शिफ्ट किया जाए।
15 कब्रों को किया गया शिफ्ट
अब इस्लाम धर्म की रस्मों को निभाते हुए 15 कब्रों को शिफ्ट कर दिया गया। इस अवसर पर जामा मस्जिद प्रधान हारून मोहम्मद ने बताया कि धर्म से बढ़कर देश है तथा देश के लिए सबकुछ कुर्बान करना इस्लाम का सबसे पहला कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसके लिए निर्माण में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। चूंकि यह मामला धार्मिक रिति रिवाजों से जुड़ा है बावजूद इसके मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए कब्रों के स्थान को बदलने का निर्णय लिया है।
इस अवसर पर जिला प्रधान हारून मोहम्मद, मोहम्मद रफी, हाजी अब्दुल रजाक, हाजी अख्तर अली, यामीन, रिशु, मौलाना असरान मुजाहिरी, बिलासपुर मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष नसीम मोहम्मद व रेलवे के अधिकारी अनमोल तिवारी, दिलशाद मोहम्मद और जय प्रकाश मौजूद रहे।