पटना । आरजेडी ने राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं. आरजेडी इस बार फिर से राज्यसभा सांसद मनोज झा को मौका देने वाली है. मनोज झा राज्यसभा के लिए कल नामांकन भरेंगे. वहीं मनोज झा के अलावा आरजेडी इस बार तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले संजय यादव को भी राज्यसभा भेजने वाली है। उनके सलाहकार के तौर पर भी उनका काम देखते हैं. संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं।
तेजस्वी यादव के साथ साये की तरह रहने वाले संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. जानकारी के अनुसार संजय यादव की तेजस्वी से पहली मुलाकात आईपीएल के दौरान हुई थी जब तेजस्वी दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेला करते थे. क्रिकेट के बाद तेजस्वी ने जब राजनीति की बागडोर संभाली तो संजय को साथ बुला लिया. संजय यादव ने एमएससी और एमबीए की पढ़ाई की है. संजय यादव आईटी कंपनी में काम करते थे, लेकिन तेजस्वी से जुड़ने के बाद नौकरी छोड़कर आरजेडी ज्वाइन किया और तेजस्वी के लिए रणनीति बनाने का काम करने लगे।
तेजस्वी के सलाहकार, मित्र, और मार्गदर्शक रहे हैं संजय
संजय यादव तेजस्वी के लिए उनके राजनीतिक सलाहकार, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रह चुके हैं. वह 2012 से तेजस्वी के प्रमुख सहयोगी रहे हैं. समाजवादी राजनीति में उनकी गहरी रुचि ने तेजस्वी को इस विषय पर कई पुस्तकों से अवगत कराया. तेजस्वी, जो एक क्रिकेटर थे, ने 2012 में सक्रिय राजनीति में शामिल होने का फैसला किया था. कंप्यूटर विज्ञान में मास्टर डिग्री के साथ एमबीए संजय को तेजस्वी से एक कॉमन फ्रेंड ने मिलवाया था. संजय समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के भी करीबी हैं, जो उस समय उत्तर प्रदेश के सीएम बने थे।
घंटों साथ समय बिताते हैं तेजस्वी और संजय
जैसे ही दोनों के बीच घनिष्ठ संबंध स्थापित हुए, तेजस्वी और संजय अच्छे संवाद की कला और बारीकियों को समझने और सीखने के लिए, एक साथ बैठकर देश के शीर्ष नेताओं के भाषण सुनते, जिनमें अटल बिहारी वाजपेयीए जॉर्ज फर्नांडीसए कांशी राम, मायावती, चंद्रशेखर और वीपी सिंह जैसे नाम शामिल हैं. संजय रोजाना दिल्ली में लालू के तुगलक रोड स्थित आवास पर तेजस्वी के साथ 4-5 घंटे बिताते थे।
संजय, मनोज झा और तेजस्वी ने किया RJD का मेकओवर
संजय को राजद की छवि के मेकओवर में मदद करने के लिए कहा गया. तेजस्वी और संजय ने मनोज झा के साथ मिलकर आरजेडी की इमेज को बदला है. इन्होंने राजद की वेबसाइट पर काम करना शुरू किया. पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं के सोशल मीडिया खातों को संभालने के लिए आईटी सेल की स्थापना की. भोला यादव के विपरीत, जिन्हें लालू ने व्यावहारिक मामलों को संभालने के लिए अपने करीबी सहयोगी के रूप में तैयार किया था, संजय हमेशा उनके राजनीतिक रणनीतिकार होने के अलावा तेजस्वी के बौद्धिक गुरु रहे हैं।
संजय ने बनाई थी 10 लाख नौकरी की रणनीति
माना जाता है कि संजय यादव ने 2015 चुनाव में पहली बार चुनाव की रणनीति बनाई, लेकिन 2020 के चुनाव में आरजेडी के लिए तेजस्वी के साथ मिलकर पूरी रणनीति तैयार की. एनडीए के जंगलराज के नारे के विरोध में 10 लाख नौकरी देने की रणनीति बनाई. संजय ने हर विधानसभा के लिए अलग अलग रणनीति बनाई थी. संजय यादव मुख्य रूप से तेजस्वी के लिए ही काम करते हैं, लेकिन पार्टी के तमाम विधायकों पर भी उनकी पकड़ मानी जाती ह।