महोबा। देश का बुंदेलखंड क्षेत्र लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहा है। यहां गर्मी के समय में पानी का भीषण संकट खड़ा हो जाता है। सरकार ने बुंदेलखंड की वर्षों पुरानी पानी की समस्या के निस्तारण के लिए 987 करोड़ रुपये से जल जीवन मिशन के तहत 5 परियोजनाओं को हर घर तक जल पहुंचाने के लिए हर घर नल योजना का शुभारंभ कराया। इसका युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। 250 से अधिक गांवों में ट्रायल चल रही है। लोकसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड क्षेत्र के एक लाख घरों तक जल पहुंचाने की सरकार की योजना है।
जल जीवन मिशन के अधिशासी अभियंता संदेश सिंह तोमर ने बताया कि क्षेत्र में कुल 3200 किलोमीटर पाइपलाइन डाली जानी है। सभी गांव में हर घर में टोटी लगाई जा रही है। यह काम लगभग 97 फीसदी पूर्ण हो चुका है। 250 से अधिक गांव में ट्रायल टेस्टिंग की जा चुकी है। योजना से एक लाख से अधिक परिवारों को लाभ मिलेगा, जिनकी पानी की समस्या दूर हो सकेगी।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच का कुछ हिस्सा बुंदेलखंड के नाम से जाना जाता है जहां पर पहाड़ी, पठारी एवं पथरीली भूमि होने के कारण लंबे समय से यहां के निवासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ा है। समस्या के निस्तारण के लिए सरकार ने 987 करोड रुपये की लागत से जल जीवन मिशन के तहत पांच परियोजनाओं का शुरू कराया, जिस पर काम युद्ध स्तर पर जारी है। शिवहार परियोजना में चंद्रावल बांध से 63 गांव में लोगों को साफ पीने का पानी पहुंचेगा। उर्मिल बांध से धवर्रा परियोजना में 36 गांव, लहचूरा परियोजना में लहचूरा बांध से 64 गांव को और नथूपुरा परियोजना में अर्जुन बांध से 30 गांव को जोड़ा गया है। कबरई परियोजना के लिए कबरई बांध से जोड़ा गया है जिसमें 13 गांव को शामिल किया गया है। इन परियोजनाओं से एक लाख 11 हजार 776 घरों में कनेक्शन दिया जा रहा है।