बीकानेर। राजस्थान में बीते दो दिनों में पश्चिमी विक्षोभ से प्रभाव हुई बारिश, ओलावृष्टि और तूफान की नई तस्वीर सामने आई है। शनिवार को बीकानेर जिले के महाजन इलाके में आए जबर्दस्त तूफान के कारण भारतमाला सड़क मार्ग पर बना हुआ टोल नाका तिनके की तरह उड़ गया।
टोल नाका कर्मचारी इस तूफान में जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते फिरते रहे। तूफान शांत होने के बाद वहां केवल टोल नाके के पाइप बचे थे और उसके ऊपर का टीनशेड पूरी तरह से उड़ गया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को बीकानेर शहरी क्षेत्र में जहां जबर्दस्त अंधड़ और कहीं-कहीं बूंदाबांदी का दौर रहा। वहीं ग्रामीण इलाके में तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान वहां 38 किमी प्रति घंटे से भी तेज रही रफ्तार से हवाएं चली। इस अंधड़ के कारण शहरी क्षेत्र में जहां कमजोर पेड़ गिर गए वहीं कई बड़े पेड़ों की बड़ी-बड़ी टहनियां टूट गई।
इस दौरान महाजन क्षेत्र के जैतपुर के पास स्थित भारतमाला सड़क का टोल प्लाजा तिनके की तरह उड़ गया। इसके कारण करीब चार घंटे तक वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरा में भी कैद हो गई। टोल प्लाजा का टिन शेड उड़ गया और फास्ट टैग के लिए लगे कैमरे, मशीनें आदि उखड़ गई। इससे से पूरी व्यवस्था बेहाल हो गई। टोल नाके पर लगे सारे सिस्टम अंधड़ के कारण बंद हो गए।
इसके चलते इस टोल नाके से निकलने वाले सैकड़ों वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। इससे करीब चार घंटे तक इस टोल प्लाजा पर वाहनों का आवागमन रुका रहा। टोल प्लाजा के अधिकारी और कर्मचारी व्यवस्था सुचारू करने में जुटे रहे। देर शाम को व्यवस्था बहाल कर फास्ट टैग से टोल चार्ज काटकर वाहनों का आवागमन सुचारु करवाया गया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजधानी जयपुर में भी अंधड़ जैसे हालात रहे। वहीं बूंदी में बेर के आकार के बड़े ओले गिरे। इसके अलावा दौसा, जोधपुर, सिरोही, हनुमानगढ़, अजमेर और अन्य इलाकों में भी अंधड़ से खासा नुकसान हुआ था। उसके बाद चली सर्द हवाओं ने जोरदार सर्दी का अहसास करा दिया था।