नई दिल्ली । ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू को चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया है। इसका फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक चयन समिति दो नामों को अंतिम रूप देने के लिए आज दोपहर को बैठक की।
इसकी जानकारी कांग्रेस नेता और संसद में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दी है। बता दें कि कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अध्यक्षता वाली खोज समिति ने निर्वाचन आयोग में निर्वाचन आयुक्तों की दो रिक्तियों को भरने के लिए पांच उम्मीदवारों की एक सूची तैयार करने को लेकर बुधवार शाम को एक बैठक की थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी नियुक्त
चयन समिति की सिफारिश के आधार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू निर्वाचन आयोग के दो सदस्यों की नियुक्ति करेंगी। एक बार नियुक्तियां अधिसूचित हो जाने के बाद नए कानून के तहत की जाने वाली ये पहली नियुक्तियां होंगी। कानून तीन-सदस्यीय चयन समिति को ऐसे व्यक्ति को नियुक्त करने की शक्ति भी देता है जिसे खोज समिति ने ‘शॉर्टलिस्ट’ नहीं किया है।
अभी केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार
अनूप चंद्र पांडे की 14 फरवरी को सेवानिवृत्ति और आठ मार्च को अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे से रिक्तियां पैदा हुईं। गोयल का इस्तीफा नौ मार्च को अधिसूचित किया गया था। रिक्तियों के कारण निर्वाचन आयोग में अभी केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति पर नया कानून हाल में लागू होने से पहले निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती थी और परंपरा के अनुसार, सबसे वरिष्ठ को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में नियुक्त किया जाता था।