कोलकाता। कांग्रेस नेता उम्मीदवार अधीर रंजन चौधरी का एक वीडियो वायरल हो रहा, जिसमें कथित तौर पर वो कहते नजर आ रहे कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के बजाय भाजपा को वोट देना बेहतर है। इस वायरल वीडियो को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस में एक बार फिर तल्खी देखी गई। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी टीएमसी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और बहरामपुर लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधा है। यहां तक कि पार्टी ने अधीर रंजन को भाजपा की बी-टीम का सदस्य तक बता दिया है।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘लोकसभा के कांग्रेस के नेता कह रहे हैं भाजपा या कांग्रेस को वोट दें। इसके बारे में सोचें, न तो कोई विचारधारा है और न ही कोई आदर्श। उनके जैसे कुछ स्वार्थी लोगों ने देश को बेच दिया है। दरअसल लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में मंगलवार को चुनावी रैली को संबोधित किया था। इस सभा के दौरान का उनका एक आठ सेकंड का वीडियो क्लिप सामने आया है। उसमें वे कथित तौर पर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि टीएमसी को वोट देने की तुलना में भाजपा को वोट देना बेहतर है। हालांकि इस वायरल वीडियो की अब तक किसी तरह से पुष्टि नहीं हुई है लेकिन, इस पर बवाल मच गया है।
इस सियासी घमासान के बीच जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य पश्चिम बंगाल में भाजपा की सीटों की संख्या कम करना है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि अधीर रंजन ने क्या कहा, लेकिन हमारा उद्देश्य पश्चिम बंगाल में भाजपा की सीटों को काफी कम करना है। पिछले चुनाव में भाजपा ने 18 सीटें जीतीं, हमें उनकी सीट की संख्या कम करनी है और यही एकमात्र लक्ष्य है। ये विधानसभा चुनाव नहीं, ये लोकसभा चुनाव है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस, वाम दलों के साथ विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है, टीएमसी नेता ममता बनर्जी का भी यही कहना है कि वे गठबंधन का हिस्सा हैं। हालांकि हमारा सीट बंटवारा नहीं हो सका। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीट हैं। तृणमूल कांग्रेस राज्य में कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे पर सहमति नहीं बनने के लिए अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार मानती है।
टीएमसी ने अधीर रंजन का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि सुनें कैसे भाजपा की ‘बी-टीम’ का सदस्य खुलेआम लोगों से भारतीय जनता पार्टी को वोट देने के लिए कह रहा है। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसने बंगाल का वाजिब हक देने से इनकार कर दिया और हमारे लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया। एक बंगाल-विरोधी ही उस भाजपा के लिए प्रचार कर सकता है, जिसने बार-बार बंगाल के प्रतीकों का अपमान किया है। ममता की पार्टी ने कहा कि 13 मई को बहरामपुर की जनता इस धोखे का करारा जवाब देगी। 2019 के लोकसभा चुनावों में तृणमूल ने राज्य की 42 में से 22 सीटें जीती थीं। भाजपा को 17 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं।