नई दिल्ली । भाजपा (B J P)ने दिल्ली में लोकसभा (Lok Sabha in Delhi)का रण जीतने के लिए संगठन के दिग्गजों(veterans of the organization) पर दांव लगाया है। दिल्ली की सात लोकसभाओं (Lok Sabhas)में छह चेहरे बदल दिए हैं। चार सीटों पर प्रदेश पदाधिकारियों को टिकट दिया गया है। पार्टी ने बार-बार बाहरी और सेलिब्रेटी को टिकट मिलने के आरोपों को दूर करते हुए लोकसभा के साथ अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात भी बिछा दी है। दूसरी सूची में पार्टी ने पूर्वी दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा को मैदान में उतारा है। वह लंबे समय से संगठन में अलग-अलग पदों पर काम कर रहे हैं। इनके जरिये भाजपा ने पंजाबी वोटरों को साधने का प्रयास किया है। उधर, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उतारे गए योगेंद्र चंदोलिया की जमीनी स्तर पर मजबूत उपस्थिति ने उन्हें टिकट की लाइन में सबसे आगे कर दिया।
सभी को साधने का प्रयास
भाजपा ने सात लोकसभा सीटों के टिकट में सभी वर्गों को साधने का प्रयास किया है। उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी के सहारे पूर्वांचल समाज को प्रतिनिधित्व दिया है। तिवारी तीसरी बार मैदान में हैं और पुराने सांसदों में केवल उन्हें ही टिकट मिला है। प्रदेश मंत्री बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली और प्रदेश महामंत्री कमलजीत सहरावत को पश्चिमी दिल्ली से मैदान में उतारा है। पहली बार दो महिलाओं को टिकट देकर भाजपा ने महिला वोटरों में सेंध लगाने का प्रयास किया है। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को टिकट देकर गुर्जर और दिल्ली देहात में वोट बढ़ाने का प्रयास है। दलित नेता के तौर पर चंदोलिया और पंजाबी वोटरों के लिए हर्ष मल्होत्रा को टिकट दिया गया है।
तीन पूर्व महापौर को टिकट
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते और राजधानी में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठजोड़ का मुकाबला करने के लिए भाजपा ने जमीनी नेताओं को मैदान में उतारा है। तीन पूर्व महापौर को इस बार टिकट दिया गया है। पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के प्रत्याशी योगेंद्र चंदोलिया और पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ रही कमलजी सहरावत महापौर रह चुकी हैं।
विधानसभा की बिसात भी तैयार
लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण के साथ पार्टी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात भी बिछानी शुरू कर दी है। लोकसभा में स्थानीय नेताओं को टिकट देकर कार्यकर्ताओं को संदेश दिया गया है कि काम करने पर उन्हें भी टिकट मिल सकता है। अलग- अलग वर्गों को टिकट में प्रतिनिधित्व दिया गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जिन नेताओं के टिकट काटे गए हैं, उन्हें प्रदेश की राजनीति में सक्रिय किया जाएगा। सेलिब्रेटी को इस बार चुनावी मैदान से दूर रखा गया है। बीती लोकसभा में पूर्वी दिल्ली से क्रिकेटर गौतम गंभीर और उत्तर पश्चिमी दिल्ली गायक हंसराज हंस को टिकट दिया गया था।
हर्ष मल्होत्रा पार्टी के पुराने कार्यकर्ता, काम का अनुभव
पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा संगठन का पुराना चेहरा हैं। वह प्रदेश महासचिव हैं। इससे पहले 2015-16 में पूर्वी दिल्ली नगर निगम के महापौर रह चुके हैं। दिल्ली भाजपा में प्रशिक्षण के इंचार्ज हैं। पंजाबी और पुराने कार्यकर्ता के नाते उन्हें टिकट दिया गया है। हर्ष मल्होत्रा का मुकाबला आप-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी विधायक कुलदीप कुमार के साथ होगा।
योगेंद्र चंदोलिया दलित चेहरा, जमीनी स्तर पर कर रहे कार्य
उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए योगेंद्र चंदोलिया प्रदेश महासचिव हैं। वह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर और स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन रह चुके हैं। पार्टी में लंबे समय से काम कर रहे चंदोलिया को स्थानीय स्तर पर दलित चेहरा माना जाता है। हंसराज हंस के बाद अब भाजपा ने अपने दूसरी सूची में स्थानीय प्रत्याशी पर दांव लगाया है।