नई दिल्ली । बरियातू जमीन घोटाला मामले में ED की जांच तेज है। झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन 5 दिन की रिमांड पर हैं। मामले की सभी परतों को खोलने के लिए ED मामले के मुख्य आरोपी भानु प्रसाद और हेमंत सोरेन का आमना-सामना कराने वाली है। ऐसे में ED ने घोटाले के मास्टरमाइंड और तत्कालीन रेवेन्यू सब-इंस्पेक्टर भानु प्रसाद को रिमांड पर लेने की कोशिश कर रही है।
झारखंड राजस्व विभाग में सब-इंस्पेक्टर भानु प्रताप प्रसाद कथित तौर पर भू-माफिया के साथ काम करते थे। उनको जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। ईडी ने 31 जनवरी 2024 को ही भानु प्रसाद को इस मामले में प्रोडक्शन पर लेने के लिए PMLA कोर्ट में आवेदन किया, जिसकी अनुमति मिल चुकी है। सोमवार को ED भानु प्रताप को रिमांड पर लेने के लिए याचिका लगाएगी।
भानु-हेमंत से होगी आमने सामने की पूछताछ!
भानु प्रताप की रिमांड मिलते ही सोरेन पर ईडी का शिकंजा और सख्त हो जाएगा। सूत्र बताते हैं कि ईडी के अधिकारी हेमंत सोरेन और भानु प्रताप को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेंगे। जिन सवालों से सोरेन बच रहे हैं, हो सकता है उसका जवाब भानु दे। ईडी दोनों के पुराने और नए जवाबों का मिलान भी कर सकती है।
भानु प्रसाद इतनी अहम कड़ी क्यों?
कथित तौर पर भानु प्रसाद के मोबाइल से हेमंत सोरेन का नाम सामने आया था। सूत्र बताते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच में भानु प्रताप के फोन से कई चैट और नकद लेनदेन का खुलासा हुआ। भानु के मोबाइल से कई चैट और डाटा के जरिए सोरेन के अवैध तरीके से जमीन अर्जित करने जानकारी सामने आई थी।
अभी ईडी को उम्मीद है कि जमीन घोटाले के आरोपी और मास्टरमाइंड जब आमने-सामने होंगे, तो केस को सुलझाने में काफी हद तक सफलता मिल सकती है। अगर सोरेन और भानु के जवाबों में विरोधाभास दिखा तो झारखंड के पूर्व सीएम की मुश्किलें बढ़ता तय है।