अररिया। एक व्यक्ति और उसकी नाबालिग ‘पत्नी’ ने हिरासत में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इसको लेकर बिहार के अररिया जिले में गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस थाने में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। ग्रामीणों ने अधिकारियों पर लापरवाही और क्रूरता करने का आरोप लगाया है। हिंसा में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। विधुर व्यक्ति ने अपनी पत्नी के निधन के दो दिन बाद ही अपनी 14 वर्षीय साली से विवाह कर लिया था। हालांकि गुरुवार दोपहर को पुलिस ने इस जोड़े को हिरासत में ले लिया, क्योंकि भारत में महिलाओं की शादी की कानूनी उम्र 18 वर्ष है।
स्थानीय लोगों का दावा है कि हिरासत में रहते हुए पुलिस ने उस व्यक्ति और उसकी युवा पत्नी की पिटाई की, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। सीसीटीवी वीडियो में जो कथित तौर पर पुलिस लॉकअप का है एक व्यक्ति लॉकअप के दरवाजे पर चढ़ता हुआ और कपड़े से खुद को फांसी लगाता हुआ दिखाई देता है। दंपती की मौत की खबर फैलते ही 1000 से ज़्यादा ग्रामीणों ने ताराबाड़ी पुलिस स्टेशन को घेर लिया और परिसर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। ग्रामीण दंपती के शवों को पुलिस स्टेशन से बाहर नहीं जाने दे रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने खुली फायरिंग की। अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा और आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही और बदसलूकी के कारण दंपती की मौत हुई है।