Wednesday, September 25, 2024
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भाजपा विधायक गायकवाड़ और चार अन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत; मराठा आंदोलन को लेकर बीड में बंद

BJP MLA, two accomplices remanded in police custody for 14 days | Mumbai  News - The Indian Express

बांद्रा । महाराष्ट्र के पुलिस थाने के भीतर एक शिवसेना नेता पर हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ और चार अन्या आरोपियों को एक स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक गायकवाड़ समेत आरोपी हर्षल केने, संदीप सरवनकर, विक्की गनात्रा और ड्राइवर रंजीत यादव को बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया था। आरोपियों के वकील नीलेश पांडे और उमर काजी ने अदालत के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पुलिस ने पूछताछ के लिए रिमांड बढ़ाने की गुजारिश की थी, जिसे अदालत ने खारिज करते हुए सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

क्या है मामला

फरवरी माह की शुरुआत में उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ निरीक्षक के कार्यालय के कमरे के भीतर भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने सीएम शिंदे की पार्टी के नेता महेश गायकवाड़ को गोली मारी थी। जिसके बाद भाजपा विधायक समेत अन्य आरोपियों को मामले में गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद घायल शिवसेना नेता को निजी अस्पताल को भर्ती कराया गया था।

मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे के आंदोलन के समर्थन में महाराष्ट्र के बीड जिले में बुधवार को बंद बुलाया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, यह बंद अब तक शांतिपूर्ण रहा है। गौरतलब है कि अंतरवाली सरती में जरांगे अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठें हैं।

क्षेत्र में शांतिपूर्ण बंद रहा- नंदकुमार ठाकुर

पुलिस अधीक्षक नंदकुमार ठाकुर ने कहा कि बंद शांतिपूर्ण रहा है और दोपहर तक 70-80 प्रतिशत सफल रहा है। इससे पहले, मैंने संबंधित नेताओं के साथ बैठक की और शांति की अपील की। बीड शहर के स्कूल और जिले भर के कुछ बाजार बंद हैं। उन्होंने कहा कि बीड शहर में सुभाष रोड, धोंडीपुरा और बजरपेठ के बाजार क्षेत्र बंद रहे। जिले में अब तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।

नंद कुमार ठाकुर ने कहा कि जिले के कुछ पुलिस स्टेशनों को मराठा संगठनों से जरांगे के आंदोलन के समर्थन में बुधवार को बंद का आह्वान करने की योजना के बारे में पत्र मिले थे। जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास कर रहे हैं।

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