लखनऊ। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को यूपी में झटका लगा है। अंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडेय ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि वह आज दिल्ली में भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय समाजवादी पार्टी से विधायक हैं। रितेश पांडेय उन नौ सांसदों में शामिल थे जिन्होंने संसद के बजट सत्र के दौरान संसद भवन की कैंटीन में लंच किया था।
चर्चा यह भी है कि बीजेपी उन्हें इस सीट से दोबारा उम्मीदवार बना सकती है। बसपा सुप्रीमो मायावती भेजे इस्तीफे में सांसद रितेश पांडेय ने लिखा है कि लंबे समय से उन्हें न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। उन्होंने लिखा, ‘मैंने आपसे (मायावती) और शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क करने के लिए, भेंट के लिए अनिगनत प्रयास किए लेकिन उनका कोई परिणाम नहीं निकला।
सांसद रितेश पांडेय ने अपने इस्तीफे में आगे लिखा है कि इस अंतराल में मैं अपने क्षेत्र और अन्यत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा और क्षेत्र के कामों में जुटा रहा। ऐसे में मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं रही इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं है। पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है।
मुझे हर कदम अंगुली पकड़कर चलना सिखाया
इस्तीफे की शुरुआत में सांसद रितेश पांडेय ने बसपा सुप्रीमो मायावती, पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रति आभार भी जताया है। उन्होंने लिखा, ‘सार्वजनिक जीवन में बसपा के माध्यम से जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला, पार्टी पदाधिकारियों का सहयोग मिला और पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पकड़कर राजनीति और समाज के गलियारे में चलना सिखाया।’