बीजापुर। जिले के कुटरू थाना क्षेत्र अंतर्गत पाता कुटरु के पास नक्सलियों ने ग्रामीण कुशु हेमला की हत्या कर उसका शव सड़क पर फेंक दिया है। कुशु हेमला का नक्सलियों ने 8 मार्च को अपहरण कर लिया था। हेमला पुलिस आरक्षक का बड़ा भाई है।
मृतक कुटरू क्षेत्र के तेलीपेठा गांव का रहने वाला है। शव के पास नक्सली पर्चे मिले हैं, जिसमें नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने मृतक पर गोपनीय सैनिक का काम करने व पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया है। पुलिस नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 8 मार्च को नक्सलियों ने ग्रामीण युवक का गांव से अपहरण लिया था। दो दिन तक युवक को नक्सली जंगल में अपने कब्जे में रखे रहे। सोमवार सुबह पाता कुटरू के समीप ग्रामीण का शव बरामद हुआ है। शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा दिया जाएगा।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से नक्सली लगातार ग्रामीण और भाजपा नेताओं को अपना निशाना बना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सुरक्षाकर्मी नक्सलियों की मांद में घुसकर नक्सल उन्मूलन अभियान को अंजाम दे रहे हैं, और उन्हें सफलता मिल रही है। इससे नक्सलियों में बौखलाहट देखी जा रही है। सुरक्षाकर्मी नक्सलियों की मांद में घुसकर कार्रवाई करने के बावजूद नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने में विफल होने के बाद अब अपनी बदली हुई रणनीति के तहत टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देकर अपने वजूद को बनाये रखने का प्रयास करने में लगे हुए हैं।
बस्तर संभाग में नक्सलियों द्वारा लगातार भाजपा नेताओं की हत्या के बाद सरकार ने 43 भाजपा नेताओं को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई है। लेकिन नक्सल प्रभावित इलाकों के स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा पर नक्सली ग्रहण से आगे और भी कई ग्रामीण इसके शिकार बनेंगे, जिन्हे भाजपा नेताओं की तरह सुरक्षा मुहैय्या करवाया जाना संभव ही नहीं है, जब तक नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा न हो जाये।