नई दिल्ली । किसानों के दिल्ली चलो मार्च आज तीसरे दिन में प्रवेश कर गया. इस बीच हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के विरोध-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “उनकी हरियाणा से कोई मांग नहीं है. केंद्र सरकार से मांग है. दिल्ली जाना हर एक का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन उसका मोटिव ध्यान करना होता है. इस विषय का अनुभव हम देख चुके हैं. लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था।
चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से होनी चाहिए
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि लोग कह रहे हैं इसको रोकिए. हमाारा बिजनेस समाप्त हो जाएगा, हमको बचाइये. उन्होंने कहा कि ये जो आवाहन किया जाता है, इसमें हमें किसानों ओर नागरिकों की सुरक्षा चाहिए. आखिर किसान भी अपने देश के ही हैं, इसलिए उनका जो तरीका है, उस पर आपत्ति है. वे ट्रेन, बसों, या अपने वाहन में जाएं. ट्रैक्टर परिवहन का साधन नहीं है. चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से होनी चाहिए, ताकि किसी समाधान तक पहुंचा जा सके।
किसानों को कहीं न कहीं से समर्थन मिल रहा- सीएम खट्टर
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आगे कहा “किसानों को कहीं न कहीं से समर्थन मिल रहा है. पंजाब सरकार उन्हें रोक सकती थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. दिल्ली सरकार का कहना है कि वे किसानों के आंदोलन के समर्थन में हैं.” बता दें कि, इस वक्त किसान अंबाला के पास पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान यहां से दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।