नई दिल्ली । महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले (Maharashtra State Cooperative Bank Scam)से जुड़े धनशोधन मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) विधायक और पार्टी प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार (Pawar’s grandson Rohit Pawar)बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। करीब 11 घंटे बाद वे ईडी दफ्तर से बाहर निकले और पार्टी कार्यालय चले गए। रोहित सुबह करीब साढ़े 10 बजे दक्षिण मुंबई के बेलार्ड एस्टेट स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे थे और रात करीब 10 बजे वापस निकले।
इससे पहले सुबह वे ईडी दफ्तर जाने से पहले पार्टी कार्यालय गए और शरद पवार के पैर छुकर आशीर्वाद लिया। रोहित ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि उन्होंने पहले भी जांच में एजेंसियों के साथ सहयोग किया और भविष्य में भी ऐसा करेंगे। यहां से वे विधान भवन पहुंचे और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को नमन किया। ईडी दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में जुटे एनसीपी कार्यकर्ता ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। एनसीपी विधायक कर्जत जामखेड़ ने कहा, जांच अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने जो भी दस्तावेज मांगे हैं, हमने उन्हें सौंप दिए हैं।
क्या है मामला?
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक धनशोधन मामले का खुलासा मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की अगस्त 2019 की प्राथमिकी से हुआ। ईडी ने पांच जनवरी को रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो की बारामती, पुणे, औरंगाबाद समेत कुछ अन्य संबंधित संस्थाओं की तलाशी ली थी। मामला तब दायर किया गया था, जब बंबई उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र की मिलों को फर्जी तरीके से चीनी बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था।
95 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ: सुप्रिया सुले
एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को दावा किया कि संसद में पेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज 95 प्रतिशत मामले विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ हैं। उन्होंने सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सुले ने कहा, सत्यमेव जयते। यह हमारे लिए संघर्ष का समय है। भविष्य में चुनौतियां और आएंगी, लेकिन हम उनसे उबर जाएंगे। हम संघर्ष करेंगे, लेकिन सत्य के मार्ग पर चलते रहेंगे। यह महाराष्ट्र के गौरव की लड़ाई है। उन्होंने कहा, ईडी द्वारा रोहित को पूछताछ के लिए तलब करना हैरान करने वाला नहीं है।