नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस में असंतोष का बुलबुला फूट रहा है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को लेकर कई विधायकों में असंतोष है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस आलाकमान के पास इस्तीफे की पेशकश भी की है। हिमाचल विधानसभा में आज बजट भी पारित कर दिया गया है और सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित कर दिया है।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि, “हम उन कांग्रेस विधायक के खिलाफ अयोग्यता प्रस्ताव लाए हैं, जिन्होंने राज्यसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था। और उस पर सुनवाई चल रही है। आज बजट पारित हो गया और हमारी सरकार को गिराने की जो साजिश की गई हम उसका भंडाफोड़ करेंगे। हमारी सरकार 5 साल पूरे करेगी…”
इसी बीच ये चर्चा तेज हो गई है कि आखिर सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम पद से इस्तीफा देते हैं तो हिमाचल का नया सीएम कौन होगा?
1. प्रतिभा सिंह
सीएम बनने की रेस में सबसे पहला नाम वीरभद्र की पत्नी प्रतिभा सिंह की है। वो रेस में सबसे आगे चल रही हैं। प्रतिभा सिंह वाले इलाके में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया था।
8 में से 7 सीटें जीती थीं। उस वक्त भी कांग्रेस के ज्यादातर विधायक इनको सीएम बनाना चाहते थे। लेकिन परिवाद के आरोप से बचने के लिए कांग्रेस ने उनको सीएम नहीं बनाया था।
2. विक्रमादित्य सिंह
सीएम बनने की रेस में दूसरी दावेदारी वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह की है। विक्रमादित्य सिंह कई मुद्दों पर पार्टी लाइन से अलग बयान देते हैं। 28 फरवरी को मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि, ”हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है… मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह फैसला लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं
उन्होंने आगे कहा, ”मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है। विधायकों के साथ कहीं न कहीं अनदेखी हुई है, विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश की गई है जिसके कारण हम आज इस कगार पर खड़े हैं…लगातार इन विषयों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष भी उठाया गया है, लेकिन उसका जिस तरह से सरोकार लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया है।
3. कांग्रेस नेता आंनद शर्मा
सीएम बनने की रेस में तीसरा नाम कांग्रेस नेता आंनद शर्मा का है। सूत्रों के मुताबिक आंनद शर्मा राज्यसभा में ना भेजे जाने की वजह से नाराज हैं। असल में आनंद शर्मा शिमला से आते हैं…इस लिहाजे से हिमाचल से बतौर राज्यसभा उम्मीदवार उनकी दावेदारी को हिमाचल कांग्रेस से सपोर्ट भी मिल रहा था। आनंद शर्मा कांग्रेस के जी-23 ग्रुप का भी हिस्सा थे, जिन्होंने पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की बात पत्र लिखकर बताई थी।
4.भाजपा नेता जयराम ठाकुर
अगर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरती है तो भाजपा की ओर से जयराम ठाकुर को सीएम बनाया जा सकता है। जयराम ठाकुर वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष हैं।
हिमाचल प्रदेश में सीटों का गणित
हिमाचल प्रदेश में कुल विधानसभा सीटें 68 हैं और बहुमत का आंकड़ा 35 है। भाजपा के 15 विधायकों के निष्कासन के बाद सदन की ताकत 53 सीट रह गई हैं। ऐसे में अभी भी कांग्रेस के पास 34 विधायकों का समर्थन हैं।