नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए मतदान के दौरान छह कांग्रेस विधायकों के क्रॉस वोटिंग के बाद सुक्खू सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं। राज्य में मचे सियासी बवाल के बीच कांग्रेस विधायकों से मीटिंग के बाद पर्यवेक्षक (ऑब्जर्बर) पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को राज्य की ताजा स्थिति की रिपोर्ट सौंपेंगे।
इस बीच मंत्री मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस विधायकों को नास्ते पर बुलाया है। वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मैं इस्तीफे का दबाव नहीं बनाऊंगा लेकिन पर्यवेक्षकों के फैसले के बाद मेरे फैसले पर बात होगी।
बागी विधायकों पर आज स्पीकर फैसला सुना सकते हैं
वहीं, कांग्रेस के बागी विधायकों पर आज स्पीकर फैसला सुना सकते हैं। व्हिप के खिलाफ जाने पर 6 विधायकों को अयोग्य ठहरा जा सकता है। इस मामले में स्पीकर ने अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है। उधर, कांग्रेस ऑब्जर्वर आज फिर विधायकों के साथ बैठक कर सकते हैं। देर रात भूपेंद्र सिंह हुड्डा वापस चले गए थे लेकिन एक बार फिर से उनके आने की संभावना है। डीके शिवाकुमार और राजीव शुक्ला शिमला में ही मौजूद हैं।
सीएम सुक्खू ने बागियों पर कही ये बात
इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि पार्टी के सभी साथी नेता उनके छोटे भाई-बहनों की तरह हैं। कांग्रेस ‘माफी’ में विश्वास करती है, किसी से ‘बदला’में नहीं। सीएम सुक्खू ने सौहार्दपूर्ण बयान उस समय आया है जब बीजेपी के कुछ विधायक उनको बतौर मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहते। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के कुछ विधायक हिमाचल में मुख्यमंत्री बदलता चाहते हैं। पत्रकारों से बातचीत में सीएम सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार लोगों के जनादेश का सम्मान करती है और पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सीएम सुक्खू ने संवाददाताओं से कहा, “हम तो सबको माफ करने वाले लोग हैं, हम बदले की भावना से काम करने वाले लोग नहीं हैं।
विक्रमादित्य सिंह मेरे छोटे भाईः सुक्खू
राज्य के मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री ने कहा, विक्रमादित्य सिंह मेरे छोटे भाई हैं और मैंने उनसे बात की है। उन्होंने कहा, “उन्हें (राज्यसभा सीट के लिए मतदान के दौरान भाजपा उम्मीदवार के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों को) पार्टी के प्रति अधिक सम्मान दिखाना चाहिए था। वे मुझसे नाराज हो सकते हैं लेकिन अभिषेक सिंघवी जैसे व्यक्ति को राज्यसभा के लिए चुना जाना चाहिए था।
बता दें कि राज्य में सियासी हलचल के बीच पार्टी आलाकमान ने पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कर्नाटक के सीएम डीके शिवकुमार शिमला गए हुए हैं। उन्होंने बुधवार को राज्य के विधायकों और सीनियर नेताओं से मुलाकात की है।