हरदा। लाशों के चीथड़े, चीख पुकार और बचकर भागने की हर मुमकिन कोशिश। मध्य प्रदेश के हरदा का फिलहाल यही हाल है। एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में लगी आग ने ऐसा विकराल रूप धारण किया कि धूं-धूं कर आसपास के मकान तक जलने लगे। अब तक फैक्ट्री के पास स्थित 60 से ज्यादा घर चपेट में आ चुके हैं 11 मौतें हो चुकी हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका इतना भीषण था कि परमाणु बम फटने जैसी स्थिति लगी।
पटाखा फैक्ट्री में लगी आग के बाद बारूद का जखीरा परमाणु बम या ज्वालामुखी की तरह फटा। आसमान तक उठती लपटें और कान के पर्दे फाड़ देने वाले धमाके के बीच करीब एक दर्जन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। कई लोगों के शरीर के चीथेड़े उड़ गए। बारूद का धुआं और धमाका शांत होने तक मरने वालों की संख्या और ज्यादा बढ़ने की आशंका है।
यह मौतें इतनी दर्दनाक हैं कि उनकी तस्वीरें भी यहां छापी नहीं जा सकतीं। फैक्ट्री से कुछ दूरी पर ही रहने वाले एक शख्स ईरान खान ने बताया कि यह धमाका इतना भीषण था कि तीन किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस अवैध फैक्ट्री में कोई मामूली बारूद भी नहीं था बल्कि इसकी मात्रा करीब टन थी। अब तक आई सूचना के अनुसार आधा किलोमीटर के दायरे में नुकसान हुआ है। अब तक तीन बड़े धमाके हो चुके हैं। यह घटना इसलिए भी चिंता बढ़ा रही है क्योंकि 4 साल पहले भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था। उस घटना में भी 4 लोगों की मौत हो गई थी।
पटाखे की जिस अवैध फैक्ट्री में धमाका हुआ है, वह मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है। फैक्ट्री में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे इतना तेज धमाका हुआ कि पूरा शहर दहल उठा। आतिशबाजी के लिए घरों में रखे बारूद के संपर्क में आकर आग ने विकराल रूप ले लिया। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। धमाके की चपेट में आने से कई राहगीर वाहन समेत दूर उछल गए। फैक्ट्री में रुक-रुककर धमाके हो रहे हैं।