बेंगलुरु. कर्नाटक के दावणगेरे में चन्नागिरी थाने पर भीड़ के हमले के मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत से लोग गुस्से से भड़क गए. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि शनिवार को पुलिस हिरासत में आदिल की मौत के बाद कट्टरपंथी भीड़ ने चन्नागिरी पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया. थाने में तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
अधिकारी ने बताया कि इस घटना में 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए. मामले को सीआईडी को सौंप दिया गया है. घटना की जांच के लिए पुलिस की पांच टीम गठित की गई हैं. सीसीटीवी फुटेज और मौजूद वीडियो क्लिप के आधार पर लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मॉब अटैक में शामिल लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 और 307 के तहत केस दर्ज किया है.
संदिग्धों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने बताया कि जुए से जुड़े मामले में आदिल को 24 मई को हिरासत में लिया गया था. अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. आदिल की मौत की खबर जैसे ही उसके परिजनों तक फैली, बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए और पुलिस की गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. थाने पर पथराव किया. वाहनों में आगजनी की.
वहीं, थाने पर हमले के बाद चन्नागिरी के डिप्टी एसपी और सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया. थाने पर हमले की घटना को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने रविवार को कहा डिप्टी एसपी और एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस की ओर से कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई. ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी. इसमें लापरवाही हुई. जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे. जी परमेश्वर ने कहा कि जुए में संलिप्तता के कारण पुलिस ने आदिल को हिरासत में लिया था. इस दौरान अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई और उसकी मौत हो गई. उसकी मौत क्यों और कैसे हुई, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से इसका पता चलेगा. दिल का दौरा पड़ने के कारण उसकी मौत हो सकती है. हालांकि, जांच के आदेश दे दिए गए हैं.