मुंबई । कोल्हापुर जिले में बारिश का कहर पिछले चार दिनों से जारी है, जिससे विभिन्न इलाकों में 51 मकान ढह गये हैं। जिले की तीन तहसीलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पंचगंगा नदी चेतावनी स्तर को पार कर खतरे के निशान तक पहुंचने को उतावली है। इसके चलते नदी किनारे के गांवों में सतर्कता बरती जा रही है। इसके साथ ही कोल्हापुर शहर के सुतारवाड़ा इलाके के 4 परिवारों के 20 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कलेक्टर अमोल येडगे ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों के नागरिकों से समय रहते शिफ्ट करने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है।
बाढ़ की स्थिति के अनुसार कोल्हापुर नगर निगम ने उन स्थानों की सूची की घोषणा की है, जहां 2021 में शहर में बाढ़ का पानी आया है। इसके कारण जैसे-जैसे बाढ़ का स्तर बढ़ता है, शहर में उस स्थान के नागरिकों को तदनुसार स्थानांतरित करना चाहिए। बाढ़ की आशंका को देखते हुए चिखली और आंबेगांव के लोग खुद अपना सामान और जानवर लेकर सुरक्षित स्थल की ओर जाने लगे हैं।
कोल्हापुर जिले में लगातार हो रही बारिश और पंचगंगा नदी का जलस्तर बढ़ऩे से 8 राज्य राजमार्ग, 16 प्रमुख जिला सड़कें, 6 अन्य जिला सड़कें और 14 ग्रामीण सड़क़ों समेत कुल 44 सडक़ें जलभराव के चलते यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही कोल्हापुर-रत्नागिरी हाईवे, कोल्हापुर-गगनबावड़ा हाईवे बंद होने से कोल्हापुर का इचलकरंजी और कर्नाटक से संपर्क टूट गया है।
कोल्हापुर में पिछले 24 घंटे में चांदगढ़ तहसील में 59.1 मिमी, राधानगरी में 56.5 मिमी, करवीर में 54.9 मिमी, कागल में 44.4 मिमी, भूदरगढ़ में 43.8 मिमी, अजर में 43.4 मिमी, हातकलंगले में 40.7 मिमी, शिरोल में 25.4 मिमी जबकि गढ़लिंगम में 23.6 मिमी बारिश बारिश दर्ज की गई है। जिले में 22 स्थानों पर भारी बारिश रिकार्ड की गई है।