भोपाल । उज्जैन संभाग के कई जिलों में मंगलवार (27 फरवरी) को हुई बूंदाबांदी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. यदि बारिश का सिलसिला नहीं थमा तो किसानों को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
मौसम विभाग लगातार मध्य प्रदेश में मौसम बदलाव की संभावना जताते हुए बारिश ओलवृष्टि की चेतावनी भी दे रहा है. मंगलवार को उज्जैन, रतलाम, मंदसौर आदि जिलों में बूंदाबांदी हुई।
इसके अलावा देवास, शाजापुर के इलाकों में भी मौसम में बदलाव देखने को मिला. मौसम विभाग के अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मौसम विभाग की तरफ से पहले ही बारिश की चेतावनी दे दी गई थी. मध्य प्रदेश के कई जिलों में ओला गिरने की खबरें भी आ रही है. मौसम विभाग के अधिकारियों कहना है कि अभी मौसम में ठंड घुलेगी. इसके अलावा उज्जैन संभाग के जिलों में आगे भी हल्की बारिश हो सकती है।
किसानों की बढ़ी टेंशन
मौसम विभाग की चेतावनी ने किसानों की नींद उड़ा दी है. उज्जैन जिले के बड़नगर के रहने वाले किसान बद्रीलाल चौधरी के मुताबिक खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है. यदि तेज बारिश का सिलसिला शुरू होता है तो निश्चित रूप से फसलों को काफी नुकसान पहुंचेगा. गेहूं का रंग उड़ने और खड़ी फसल खेतों में गिरने की आशंका भी बढ़ गई है. किसान पवन कुमार का कहना है कि गेहूं की फसल ही नहीं बल्कि सब्जियों पर भी बेमौसम बारिश का असर पड़ सकता है।
कांग्रेस रख रही है मौसम पर नजर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि जहां पर तेज बारिश और ओलावृष्टि की वजह से किसानों की फसलों का नुकसान पहुंचा है, वहां सरकार को तुरंत नुकसान का आंकलन करते हुए मुआवजा देना चाहिए. पूर्व में भी सरकार ने नुकसान के मुआवजा को लेकर कई बड़े दावे किए मगर अभी तक किसानों को पिछले कई सालों का मुआवजा नहीं मिल पाया है।