पटना। नीट पेपर लीक विवाद में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के निजी सचिव से पूछताछ कर सकती है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया था कि नीट पेपर लीक में गिरफ्तार मुख्य संदिग्ध का संबंध आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से जुड़े अधिकारियों से है, इसके बाद पार्टी ने इस आरोप को झूठ का पुलिंदा बताते हुए खारिज कर दिया, जिसका उद्देश्य 5 मई की परीक्षा रद्द करने की मांग से ध्यान हटाना है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिन्हा ने दावा किया था कि अधिकारी लगातार इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के संपर्क में था। उपमुख्यमंत्री ने कहा, यादव से जुड़ा अधिकारी सिकंदर के लिए पटना और अन्य जगहों पर गेस्ट हाउस में रहने की व्यवस्था करता था। मेरे पास उन संदेशों का ब्योरा है जो अधिकारी ने सिकंदर के लिए रहने की व्यवस्था करने के लिए संबंधित व्यक्तियों को भेजे थे।
बताया गया कि ईओयू ने पहले ही पोस्ट-डेटेड चेक बरामद कर लिए हैं, जिनके बारे में संदेह है कि ये माफिया या गिरोह के सदस्यों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने पिछले महीने की परीक्षा से पहले लीक हुए प्रश्नपत्र की मांग करते हुए प्रत्येक उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग की थी।