ईटानगर। भाजपा नेता पेमा खांडू ने गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हाल ही में विधानसभा चुनावों में 60 में से 46 सीटों पर भाजपा की शानदार जीत के बाद पेमा खांडू ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल केटी परनायक ने समारोह में पेमा खांडू को शपथ दिलाई। चौना मेन को अरुणाचल प्रदेश का उपमुख्यमंत्री चुना गया। इस शपथ ग्रहण समारोह में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री मौजूद थे।
न्यातो दुकम, गैनरील डेनवांग, वांगसु, लाँड्री लोवांग, पासंग दोरजी सोना, मामा नाटुंग, दासंगलू पुल, बालो राजा केंटो जिनी, ओजिंग टैसिंग ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बता दें, पेमा खांडू को अरुणाचल प्रदेश में भाजपा विधायक दल का नेता फिर से चुना गया, जिससे बुधवार को उनका राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना सुनिश्चित हो गया। ईटानगर में हुई बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और तरुण चुग की मौजूदगी में नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने सर्वसम्मति से पेमा खांडू को चुना।
पेमा खांडू (44) अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम के बेटे हैं, जिन्होंने 2007 से अप्रैल 2011 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी मृत्यु तक राज्य के छठे मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। पेमा खांडू, जिन्होंने शुरुआत में कांग्रेस नेता के रूप में कार्य किया ने 2016 में नबाम तुकी के बाद मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल शुरू किया।
पेमा खांडू की राजनीतिक यात्रा में उसी साल बड़ा बदलाव आया जब उन्होंने 43 विधायकों के साथ कांग्रेस से अलग होकर क्षेत्रीय पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) में शामिल हो गए। हालांकि पीपीए के भीतर आंतरिक संघर्ष के बाद खांडू को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने 33 पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद विधानसभा में बहुमत हासिल करके अपने नेतृत्व का प्रदर्शन किया, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हुई।